Bihar News: पटना में डोमिसाइल नीति को लेकर प्रदर्शन, छात्रों को पुलिस ने रोका
पटना में छात्रों का प्रदर्शन, डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग तेज

Bihar News: बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर आज डोमिसाइल नीति को लागू करने की मांग को लेकर हजारों छात्र सड़कों पर उतर आए। छात्र नेता दिलीप कुमार के नेतृत्व में यह आंदोलन जेपी गोलंबर पर शुरू हुआ, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोक दिया। यह प्रदर्शन बिहार में सरकारी नौकरियों में मूल निवास प्रमाण पत्र (डोमिसाइल) की मांग को लेकर था, जो लंबे समय से चर्चा में है।
डोमिसाइल नीति क्यों जरूरी?
छात्रों का कहना है कि डोमिसाइल नीति लागू होने से बिहार के स्थानीय लोगों को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता मिलेगी। उनका मानना है कि इससे बिहार के युवाओं को रोजगार के ज्यादा अवसर मिलेंगे। कई छात्र संगठनों ने नीतीश सरकार से इस नीति को जल्द लागू करने की मांग की है। यह मुद्दा बिहार विधानसभा चुनाव से पहले और गर्म हो गया है, क्योंकि युवा रोजगार को लेकर चिंतित हैं।
प्रदर्शन में क्या हुआ?
पटना के जेपी गोलंबर पर सुबह से ही छात्र जमा होने लगे। नारे लगाते हुए और बैनर-पोस्टर लेकर छात्रों ने सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई। लेकिन पुलिस ने सुरक्षा के लिए पहले से ही कड़े इंतजाम किए थे। प्रदर्शनकारियों को जेपी गोलंबर से आगे बढ़ने से रोक दिया गया। इस दौरान कुछ छात्रों और पुलिस के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई, लेकिन स्थिति नियंत्रण में रही।
आंदोलन पर सरकार का रुख क्या?
नीतीश सरकार ने अभी तक डोमिसाइल नीति पर कोई स्पष्ट फैसला नहीं लिया है। छात्रों का कहना है कि सरकार इस मुद्दे को टाल रही है। दूसरी ओर, सरकार का दावा है कि वह युवाओं के हित में काम कर रही है और जल्द ही इस पर विचार किया जाएगा। लेकिन छात्रों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है, और वे इस नीति को लागू करने की मांग पर अड़े हैं।
छात्रों से जनता से अपील
छात्र नेता दिलीप कुमार ने लोगों से इस आंदोलन में साथ देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह केवल छात्रों का नहीं, बल्कि बिहार के हर युवा का मुद्दा है। अगर आप भी इस मांग का समर्थन करते हैं, तो अपने स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें और अपनी आवाज उठाएं।
अब आगे क्या होगा?
छात्र संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्द डोमिसाइल नीति पर फैसला नहीं लिया, तो आंदोलन और तेज होगा। पटना की सड़कों पर यह प्रदर्शन बिहार की सियासत में बड़ा मुद्दा बन सकता है।