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Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर बोले- मोदी कहें तो भी नीतीश को वोट न दें, जानें किसे होगा फायदा?

प्रशांत किशोर की अपील, नीतीश को वोट न दें, बिहार में बदलाव लाएं

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी जोर-शोर से प्रचार कर रही है। सिताब दियारा से शुरू हुई उनकी बिहार बदलाव यात्रा में वह हर सभा में कह रहे हैं कि बिहार में बदलाव जरूरी है और नीतीश कुमार को हटाना जरूरी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नीतीश को वोट देने को कहें, तो भी न दें। लेकिन सवाल यह है कि अगर बीजेपी के वोटर बंट गए, तो इसका फायदा किसे मिलेगा?

प्रशांत किशोर की बिहार बदलाव यात्रा

प्रशांत किशोर, जिन्हें पीके के नाम से जाना जाता है, 15 दिन में बिहार की 20 विधानसभा सीटों पर 30 बड़ी और 50 छोटी सभाएं कर चुके हैं। सारण, सिवान, गोपालगंज, वैशाली, मुजफ्फरपुर और मोतिहारी में उनकी सभाओं में भीड़ उमड़ रही है। वह कहते हैं कि बिहार की दुर्दशा के लिए नीतीश जिम्मेदार हैं और उन्हें हटाना जरूरी है। पीके का कहना है कि उनका सपना मुख्यमंत्री बनना नहीं, बल्कि बिहार को इतना विकसित करना है कि दूसरे राज्यों से लोग यहां काम करने आएं। उनकी यात्रा 243 विधानसभा सीटों तक जाएगी और चुनाव से पहले खत्म होगी।

बीजेपी के वोट बंटे तो किसे फायदा?

प्रशांत किशोर की अपील बीजेपी और जेडीयू के गठबंधन एनडीए के लिए खतरे की घंटी है। 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 47.23% वोट और 30 सीटें मिली थीं, जबकि महागठबंधन (आरजेडी, कांग्रेस, वामपंथी दल) को 39.21% वोट और 9 सीटें मिली थीं। 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को 37.26% और महागठबंधन को 37.23% वोट मिले थे, यानी फासला सिर्फ 0.03% था। अगर बीजेपी के कोर वोटर, जैसे सवर्ण और दलित, प्रशांत किशोर की बात मानकर नीतीश को वोट नहीं देते, तो यह वोट बंट सकता है। इससे महागठबंधन को फायदा हो सकता है, खासकर अगर तेजस्वी यादव और ओवैसी का गठबंधन हुआ।

क्या कहते हैं समीकरण?

प्रशांत किशोर कहते हैं कि नीतीश हटेंगे, लेकिन जन सुराज की सरकार बनेगी, इसकी गारंटी नहीं। नीतीश का कोर वोट (कुर्मी, कोइरी, अति पिछड़ा) और बीजेपी का सवर्ण-दलित वोट अगर बंटा, तो महागठबंधन मजबूत हो सकता है। 2015 में नीतीश और लालू के गठबंधन ने 41.9% वोट के साथ 178 सीटें जीती थीं। उस समय प्रशांत किशोर उनकी रणनीति बना रहे थे। अब वह नीतीश के खिलाफ हैं, लेकिन उनकी अपील से बीजेपी का वोट बंटने की संभावना ज्यादा है।

प्रशांत किशोर ने जनता से की अपील

प्रशांत किशोर की सभाओं में लोग बड़ी संख्या में आ रहे हैं। वह कहते हैं कि बिहार को बदलने के लिए नया विकल्प चुनें। उनकी पार्टी का असर कितना होगा, यह चुनाव में पता चलेगा।

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