खेती-किसानीमुख्य खबरें
Trending

28 June 2025 Pyaj Mandi Bhav: बारिश ने बढ़ाये प्याज के तेवर, जानें आज के ताजा मंडी भाव

बारिश से प्याज की सप्लाई घटी, मंडी भाव ₹1000-₹20,000 प्रति क्विंटल, जानें ताजा दाम

28 June 2025 Pyaj Mandi Bhav: देशभर की मंडियों में प्याज की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। भारी बारिश और फसल को हुए नुकसान के कारण प्याज की सप्लाई में कमी आई है, जिससे दाम आसमान छू रहे हैं। प्याज, जो हर भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है, अब आम लोगों की जेब पर भारी पड़ रहा है। खासकर बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के गांवों व छोटे शहरों में रहने वाले लोगों के लिए यह खबर बेहद महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं 28 जून 2025 के ताजा प्याज मंडी भाव और इसका असर।

उत्तर प्रदेश और बिहार में 28 जून 2025 के प्याज के दाम

उत्तर प्रदेश की मंडियों जैसे लखनऊ, रायबरेली और कानपुर में प्याज का औसत भाव ₹1500 से ₹2000 प्रति क्विंटल है। यानी प्रति किलो कीमत ₹15 से ₹20 तक है। गांवों और छोटे शहरों में खुदरा दाम ₹20 से ₹25 प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। बिहार की राजधानी पटना में प्याज ₹1400 से ₹1800 प्रति क्विंटल बिक रहा है, जो प्रति किलो ₹14 से ₹18 है। बारिश के कारण फसल खराब होने और सप्लाई कम होने से कीमतों में यह उछाल देखा जा रहा है। स्थानीय लोग मंडियों से सस्ते दामों पर प्याज खरीद सकते हैं।

महाराष्ट्र में प्याज की कीमतें सबसे ज्यादा

महाराष्ट्र, जो देश का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक राज्य है, वहां कीमतें सबसे ज्यादा हैं। लासलगांव (निफाड) मंडी में प्याज का भाव ₹20,000 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। कोल्हापुर और वाशी (न्यू मुंबई) में भी कीमतें ₹15,000 से ₹22,000 प्रति क्विंटल के बीच हैं। भारी बारिश ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिससे प्याज की कमी हो गई और दाम बेकाबू हो गए।

अन्य राज्यों में प्याज का हाल

मध्य प्रदेश और राजस्थान की मंडियों में प्याज का भाव ₹1200 से ₹2500 प्रति क्विंटल है। भोपाल और रतलाम में खुदरा दाम ₹15 से ₹25 प्रति किलो हैं। ओडिशा में प्याज ₹1000 से ₹2000 प्रति क्विंटल बिक रहा है। पूरे देश में प्याज की औसत कीमत ₹1714.51 प्रति क्विंटल है। सबसे कम कीमत ₹100 और सबसे ज्यादा ₹10,000 प्रति क्विंटल दर्ज की गई।

28 June 2025 Pyaj Mandi Bhav: क्या करें आम लोग?

प्याज की बढ़ती कीमतों से बचने के लिए स्थानीय मंडियों से सीधे खरीदारी करें। बारिश का असर कम होने पर सप्लाई बढ़ सकती है, जिससे कीमतें स्थिर हो सकती हैं। तब तक कम मात्रा में खरीदें और बर्बादी से बचें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button