Bihar News: चुनाव से पहले सरकार बिहार के गांवों में खोलेगी जन औषधि केंद्र, सस्ती दवाएं और रोजगार का मिलेगा मौका
बिहार के गांवों में जन औषधि केंद्र, सस्ती दवाएं और रोजगार का मिलेगा मौका

Bihar News: बिहार के गांवों में अब सस्ती दवाएं आसानी से मिलेंगी। नीतीश कुमार सरकार ने प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (PACS) के जरिए जन औषधि केंद्र खोलने की योजना शुरू की है। इन केंद्रों से लोगों को सस्ती दवाएं और मेडिकल उपकरण मिलेंगे, साथ ही गांवों में रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे। यह खबर बिहार के छोटे शहरों और गांवों के लोगों के लिए बहुत खास है, क्योंकि इससे उनकी सेहत और कमाई दोनों को फायदा होगा।
जन औषधि केंद्रों से सस्ती दवाएं
नीतीश सरकार ने बिहार के हर गांव में जन औषधि केंद्र खोलने का फैसला किया है। ये केंद्र PACS के साथ मिलकर काम करेंगे। इन दुकानों पर बाजार से 50-80% सस्ती दवाएं और मेडिकल सामान उपलब्ध होंगे। उदाहरण के लिए, अगर बाजार में कोई दवा 100 रुपये की है, तो जन औषधि केंद्र पर वह 20-50 रुपये में मिलेगी। इससे गरीब परिवारों को इलाज में बड़ी राहत मिलेगी। पहले चरण में मुजफ्फरपुर, वैशाली और समस्तीपुर जैसे जिलों में ये केंद्र खोले जाएंगे।
मिलेंगे रोजगार के नए अवसर
जन औषधि केंद्र न केवल सस्ती दवाएं देंगे, बल्कि गांवों में रोजगार भी बढ़ाएंगे। हर केंद्र पर कम से कम 2-3 लोगों को काम मिलेगा, जैसे दुकान चलाने, दवाएं बेचने और रिकॉर्ड रखने के लिए। सरकार ने इसके लिए स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण देने की भी योजना बनाई है। इससे बिहार के गांवों में बेरोजगारी कम होगी और लोग अपने घर के पास ही काम पा सकेंगे। मुजफ्फरपुर में पहले ही कई PACS ने इन केंद्रों के लिए आवेदन शुरू कर दिए हैं।
Bihar News: लोगों में उत्साह, सरकार से उम्मीदें
इस योजना से बिहार के लोग उत्साहित हैं, क्योंकि सस्ती दवाओं की कमी ग्रामीण इलाकों में हमेशा रही है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि ये केंद्र जल्द शुरू होंगे और दवाओं की उपलब्धता बढ़ेगी। हालांकि, कुछ लोग यह सवाल भी उठा रहे हैं कि क्या ये केंद्र समय पर खुल पाएंगे। सरकार ने वादा किया है कि 2026 तक बिहार के हर जिले में जन औषधि केंद्र शुरू हो जाएंगे। यह योजना बिहार के स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में बड़ा कदम साबित होगी।