आयुष्मान कार्ड की लिमिट खत्म हो गई? जानिए अब इलाज कैसे कराएं, आसान टिप्स और सलाह
आयुष्मान कार्ड की 5 लाख की सालाना लिमिट खत्म हो गई है, तो घबराएं नहीं। नए वित्तीय साल (अप्रैल) में यह लिमिट फिर से शुरू हो जाएगी। जानें

Ayushman Card Limit: आजकल बीमारी कोई भी आ जाए तो इलाज का खर्चा आसमान छू लेता है। लेकिन केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना ने गरीब और जरूरतमंद परिवारों को बड़ी राहत दी है। इस योजना से पात्र परिवार साल में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।
लेकिन अगर आपके आयुष्मान कार्ड की लिमिट खत्म हो गई है, तो घबराएं नहीं। नए वित्तीय साल में यह लिमिट फिर से शुरू हो जाएगी। इस खबर में हम बताएंगे कि लिमिट खत्म होने पर क्या करें, कैसे इलाज जारी रखें और कौन-कौन सी सावधानियां बरतें। यह जानकारी सरकारी नियमों पर आधारित है।
आयुष्मान कार्ड योजना क्या है, कैसे काम करती है
आयुष्मान भारत योजना गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए वरदान है। इस कार्ड से आप सरकारी या निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।
विवरण | जानकारी |
योजना का लाभ | प्रति परिवार प्रति वर्ष ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज। |
पात्रता | गरीबी रेखा से नीचे के परिवार (SECC 2011 डेटा के आधार पर)। |
इलाज की प्रक्रिया | कार्ड लेकर सूचीबद्ध अस्पताल जाएं, कैशलेस भुगतान हो जाएगा। |
लिमिट का समय | वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) के हिसाब से सालाना लिमिट। |
लिमिट खत्म होने पर क्या होगा, इलाज रुक जाएगा?
अगर आपके कार्ड की 5 लाख की सालाना लिमिट खत्म हो गई, तो तुरंत मुफ्त इलाज रुक जाएगा। लेकिन यह सिर्फ उस वित्तीय वर्ष के लिए है।
राहत की बात: अप्रैल में नया वित्तीय साल शुरू होते ही, आपकी लिमिट फिर से ₹5 लाख हो जाएगी और आप योजना का लाभ लेना जारी रख सकते हैं।
बीच में इलाज रुकने की स्थिति
अगर कोई मरीज गंभीर बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज लिमिट खत्म होने के कारण बीच में रुक जाता है, तो डॉक्टर की सलाह पर आप स्वास्थ्य विभाग से खास इजाजत (Special Permission) के लिए आवेदन कर सकते हैं। कुछ गंभीर मामलों में विभाग अतिरिक्त मदद दे सकता है, लेकिन यह डॉक्टर की रिपोर्ट और मंजूरी पर निर्भर करता है।
लिमिट खत्म होने पर इलाज कैसे कराएं, स्टेप बाय स्टेप गाइड
लिमिट खत्म होने पर इलाज जारी रखने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें:-
स्टेप | कार्य/विवरण |
स्टेप 1: अस्पताल से संपर्क | नजदीकी सूचीबद्ध अस्पताल के आयुष्मान हेल्पडेस्क या एडमिनिस्ट्रेटिव विभाग से संपर्क करें। वे आपको सही सलाह देंगे। |
स्टेप 2: स्पेशल परमिशन लें | डॉक्टर की रिपोर्ट और कार्ड की कॉपी के साथ स्वास्थ्य विभाग या योजना के नोडल अधिकारी को विशेष मदद के लिए आवेदन करें। |
स्टेप 3: नए साल का इंतजार | यदि परमिशन नहीं मिलती है, तो धैर्य रखें और 1 अप्रैल को लिमिट रीसेट होने का इंतजार करें। |
स्टेप 4: हेल्पलाइन का इस्तेमाल | हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल करें या आयुष्मान ऐप डाउनलोड करके अपनी लिमिट की सटीक जानकारी चेक करें। |
अन्य इलाज के विकल्प, जब आयुष्मान कार्ड काम न करे
जब आयुष्मान कार्ड की लिमिट काम न कर रही हो, तो इन विकल्पों पर विचार करें:
- सरकारी अस्पताल: बड़े सरकारी अस्पतालों में मुफ्त या बहुत कम खर्च पर इलाज उपलब्ध होता है।
- राज्य की योजनाएं: अपने राज्य की मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना या राज्य स्तर की अन्य स्वास्थ्य स्कीमों के बारे में जानकारी लें।
- जेनेरिक दवाइयां: दवाइयों का खर्च कम करने के लिए डॉक्टरों से जेनेरिक दवाइयां लिखने को कहें और उन्हें सरकारी दुकानों (जन औषधि केंद्र) से खरीदें।
जरूरी सावधानियां
- लिमिट चेक करें: कार्ड की लिमिट को समय-समय पर 14555 पर कॉल करके या ऐप के जरिए चेक करते रहें।
- नियम कन्फर्म करें: आयुष्मान योजना के नियम राज्य के हिसाब से थोड़े बदल सकते हैं, इसलिए लोकल स्वास्थ्य विभाग से कन्फर्म करें।
- सूचीबद्ध अस्पताल: केवल योजना में सूचीबद्ध सरकारी या निजी अस्पतालों में ही इलाज कराएं।
आयुष्मान कार्ड ने लाखों परिवारों को नई जिंदगी दी है। लिमिट खत्म होने पर भी हिम्मत न हारें। सही सलाह से इलाज जारी रखें और अपनी सेहत को प्राथमिकता दें।