Bihar News: पुलिस भर्ती परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा, सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, बायोमेट्रिक सिस्टम से की जा रही थी धांधली, 15 गिरफ्तार
शेखपुरा में सिपाही भर्ती परीक्षा 2025 में धांधली, 15 सॉल्वर गैंग के सदस्य गिरफ्तार, फर्जी आधार बरामद

Bihar News : बिहार के शेखपुरा जिले में सिपाही भर्ती परीक्षा 2025 में धांधली करने वाले सॉल्वर गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस अधीक्षक बलिराम कुमार चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर इस्लामिया उच्च विद्यालय, डी.एम. स्कूल, और उषा पब्लिक स्कूल जैसे परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक ऑपरेटर और सुपरवाइजर के जरिए फर्जीवाड़ा किया जा रहा था। इस मामले में 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, और उनके पास से 12 मोबाइल, फर्जी आधार कार्ड, फर्जी परिचय पत्र, और परीक्षार्थियों की सूची बरामद की गई है।
बायोमेट्रिक धांधली का खुलासा, मास्टरमाइंड पकड़ा गया

पुलिस को सूचना मिली थी कि सॉल्वर गैंग बायोमेट्रिक ऑपरेटरों की मदद से फर्जी लोगों को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश दिला रहा था। इस संगठित गिरोह ने चीटिंग और धांधली के जरिए परीक्षार्थियों को पास कराने की साजिश रची थी। पुलिस अधीक्षक बलिराम कुमार चौधरी के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ. राकेश कुमार की अगुआई में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम में अवधेश कुमार, राजीव कुमार, और धर्मेंद्र कुमार जैसे अधिकारी शामिल थे।
टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस्लामिया उच्च विद्यालय और अन्य केंद्रों पर छापेमारी की। जांच में पता चला कि गैंग के सदस्य फर्जी आधार कार्ड और परिचय पत्र का इस्तेमाल कर बायोमेट्रिक सत्यापन को बायपास कर रहे थे। इस कार्रवाई में गैंग के मास्टरमाइंड सहित 15 लोग पकड़े गए।
बरामद सामान और गिरफ्तार अभियुक्तों की जानकारी
पुलिस ने अभियुक्तों के पास से 12 मोबाइल फोन, 4 फर्जी आधार कार्ड, फर्जी बायोमेट्रिक ऑपरेटर/सुपरवाइजर परिचय पत्र, और परीक्षार्थियों की सूची वाली पर्चियां बरामद कीं। इसके अलावा, खाली आंसर शीट और एडमिट कार्ड की प्रतियां भी जब्त की गईं। गिरफ्तार अभियुक्तों में सचिन कुमार, गोरेलाल यादव, प्रहलाद कुमार उर्फ कमांडो, नीतीश कुमार, और प्रीति कुमारी जैसे लोग शामिल हैं, जो नवादा, शेखपुरा, और भोजपुर के रहने वाले हैं।
पुलिस की सख्त कार्रवाई, आगे की जांच जारी
पुलिस अधीक्षक बलिराम कुमार चौधरी ने बताया कि यह एक संगठित अपराध था, जिसे समय रहते नाकाम कर दिया गया। शेष बचे अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। इस कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम में डॉ. राकेश कुमार, धर्मेंद्र कुमार, और अन्य अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस ने सभी 15 अभियुक्तों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।