Bihar News: विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के अपराधियों पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 759 वारंट हुए जारी
बिहार में अपराधियों पर पुलिस की सख्ती, गोपाल खेमका हत्याकांड में नया खुलासा।

Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बिहार पुलिस ने कमर कस ली है। पटना पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है, जिसमें 759 वारंट जारी किए गए हैं। यह कदम बिहार में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, ताकि चुनाव निष्पक्ष और सुरक्षित हो सके।
अपराधियों पर नकेल कसने की तैयारी
पटना पुलिस ने हाल ही में कई आपराधिक घटनाओं के बाद “ऑपरेशन लंगड़ा” शुरू किया है। इस अभियान के तहत पुलिस ने कई जिलों में अपराधियों के खिलाफ छापेमारी की और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया। पुलिस का कहना है कि पुराने अपराधियों पर नजर रखी जा रही है और नए शूटरों की पहचान की जा रही है। इसका मकसद है कि बिहार में कॉन्ट्रैक्ट किलिंग और गैंग से जुड़े अपराधों को रोका जाए।
Bihar News: गोपाल खेमका हत्याकांड में नया खुलासा
पटना में हुए चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। जांच में पता चला कि हत्या से पहले खेमका के घर की रेकी की गई थी। सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति को खेमका की कार के पास गोली चलाते और फिर बाइक पर भागते देखा गया। पुलिस का दावा है कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं, जो कोर्ट में पेश किए जाएंगे। इस घटना ने बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
जनता की सुरक्षा पहली प्राथमिकता
बिहार पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारी पहली जिम्मेदारी है जनता की सुरक्षा। चुनाव के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए हम पूरी तरह तैयार हैं।” पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत डायल 112 पर दें। पुलिस मुख्यालय ने एक “शूटर सेल” भी बनाया है, जो अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखेगा।
विपक्ष का सरकार पर हमला
विपक्षी नेताओं ने गोपाल खेमका हत्याकांड को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि बिहार में कानून व्यवस्था चरमरा गई है। हालांकि, पुलिस का दावा है कि वे स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। बिहार में चुनाव नजदीक आते ही पुलिस की यह कार्रवाई जनता में भरोसा जगाने का प्रयास है। लोग चाहते हैं कि अपराध कम हो और वे सुरक्षित माहौल में वोट डाल सकें।