पहले छठ पूजा, अब क्रिसमस मनाने विदेश, तेजस्वी पर राहुल गांधी की नकल का तंज, शाहनवाज-कामत ने कसा तंज
तेजस्वी की यूरोप यात्रा पर तंज, शाहनवाज हुसैन बोले- पहले छठ पूजा, अब क्रिसमस मनाने विदेश।

Bihar Politics: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की यूरोप यात्रा ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। 5 दिसंबर 2025 को पटना में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन और जेडीयू सांसद दिलेश्वर कामत ने तेजस्वी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव पहले छठ महापर्व का अपमान कर चुके हैं और अब क्रिसमस मनाने विदेश चले गए हैं। यह सब राहुल गांधी की नकल का नतीजा है। छोटे शहरों और गांवों के लोग जो छठ की धूम मनाते हैं, वे इस विवाद से हैरान हैं। सत्र के दौरान मुख्यमंत्री के अभिभाषण पर विपक्ष के नेता का अनुपस्थित रहना लोकतंत्र के लिए अशुभ बताया जा रहा है। एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान ने भी इसे संवेदनहीनता करार दिया।
Bihar Politics: तेजस्वी की यात्रा पर बीजेपी का हमला
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि तेजस्वी यादव राहुल गांधी की राह पर चल पड़े हैं। हार के बाद सदन छोड़कर विदेश भागना उनकी पुरानी आदत है। उनके घर में पहले छठ पूजा होती थी, लेकिन अब क्रिसमस मनाने यूरोप चले गए। शाहनवाज ने तंज कसते हुए कहा कि जनता ने राजद को नकार दिया है, इसलिए उनके पास सदन में मुद्दे ही नहीं बचे। तेजस्वी विपक्ष के नेता बनने लायक नहीं, इसलिए भागते फिरते हैं। यह पहली बार हुआ जब सीएम के अभिभाषण के दौरान नेता प्रतिपक्ष मौजूद नहीं रहे। शाहनवाज ने कहा कि तेजस्वी को राहुल से सीख लेनी चाहिए, लेकिन गलत सीख ले रहे हैं।
जेडीयू का तंज: तेजस्वी के लिए दुनिया बदल गई
जेडीयू सांसद दिलेश्वर कामत ने कहा कि तेजस्वी यादव के लिए दुनिया बदल गई है। पहले छठ पूजा होती थी, अब क्रिसमस मनाने विदेश गए। कामत ने कहा कि राजद को जनता ने नकार दिया है, इसलिए सदन में मुद्दे नहीं बचे। विपक्ष की संख्या कम होने पर अनुपस्थित रहना संवेदनहीनता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर में नेता प्रतिपक्ष का न होना शुभ नहीं। कामत ने तेजस्वी को चेतावनी दी कि ऐसी राजनीति से राजद का ही नुकसान होगा।
एआईएमआईएम की प्रतिक्रिया: सदन से गायब रहना लोकतंत्र के लिए खतरा
एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं। सदन से सीएम, डिप्टी सीएम और नेता प्रतिपक्ष गायब रहें तो कैसे चलेगा। इमान ने कहा कि विपक्ष की संख्या कम होने पर भी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उनकी पार्टी को विशेष रूप से सतर्क रहना होगा। यह विवाद बिहार की राजनीति को गरमा रहा है। तेजस्वी की अनुपस्थिति से विपक्ष कमजोर दिख रहा है। जनता देख रही है कि सदन में कौन सक्रिय है।



