Bihar Politics: ओवैसी का सदन में तीखा तेवर, वंदे मातरम पर इंकार, हिंदू-मुस्लिम सबका जिंदाबाद!
बिहार विधानसभा में ओवैसी की पार्टी का तीखा तेवर: AIMIM विधायक ने 'वंदे मातरम' कहने से इंकार किया।

Bihar Politics: लोकसभा में वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर चल रही बहस ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सदन में जमकर हुकूमत पर निशाना साधा। उन्होंने साफ कहा कि वे वंदे मातरम नहीं गाएंगे, क्योंकि यह उनकी धार्मिक आस्था के खिलाफ है। ओवैसी ने जोर देकर कहा कि देशभक्ति का कोई टेस्ट नहीं हो सकता। सदन में उन्होंने हिंदू-मुस्लिम, सिख-ईसाई, दलित-पिछड़ा और आदिवासी सबके जिंदाबाद के नारे लगाए। यह बयान सुनते ही सदन में हंगामा मच गया। ओवैसी का यह रुख संविधान की आजादी पर आधारित था। उन्होंने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में सभी ने हिस्सा लिया, लेकिन अब वफादारी का सर्टिफिकेट बांटने की कोशिश हो रही है।
Bihar Politics: वंदे मातरम को वफादारी का टेस्ट न बनाएं
ओवैसी ने सदन में कहा कि संविधान “वी द पीपल” से शुरू होता है, न कि किसी देवी-देवता के नाम से। उन्होंने रवींद्रनाथ टैगोर, गांधी, अंबेडकर और बोस के विचारों का हवाला दिया। कहा कि वंदे मातरम को जबरदस्ती थोपना संविधान के खिलाफ है। “अगर भारत माता को देवी कहेंगे, तो धर्म आ जाएगा। मेरे मजहब में तौहीद है, अल्लाह के सिवा कोई खुदा नहीं।” ओवैसी ने चेतावनी दी कि अगर इसे वफादारी का टेस्ट बनाया, तो गोडसे की सोच हावी हो जाएगी। उन्होंने आजादी की जंग में मुसलमानों के योगदान को याद किया। कहा कि आजादी इसलिए मिली क्योंकि देश और मजहब को अलग रखा गया। ओवैसी ने बीजेपी पर तंज कसा कि जो आजादी की लड़ाई में नहीं लड़े, वे अब देशभक्ति सिखा रहे हैं। सदन में उनकी शायराना अंदाज ने सबका ध्यान खींचा। उन्होंने जोर दिया कि गरीबी, बेरोजगारी और असमानता दूर करके ही सच्ची देशभक्ति दिखाई जा सकती है।
सदन में हंगामा: सभी समुदायों का जिंदाबाद, बीजेपी पर हमला
ओवैसी के बयान के बाद सदन में जोरदार हंगामा हुआ। उन्होंने नारे लगाए – “हिंदू-मुस्लिम जिंदाबाद, सिख-ईसाई जिंदाबाद, दलित-पिछड़ा जिंदाबाद, आदिवासी जिंदाबाद!” यह सुनते ही बीजेपी सांसदों ने विरोध जताया। ओवैसी ने कहा कि देशभक्ति किसी एक धर्म से नहीं जोड़ी जा सकती। उन्होंने संविधान सभा की बहस का जिक्र किया, जहां वंदे मातरम पर संशोधन हुआ था। कहा कि किसी को देवी की इबादत के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। ओवैसी ने वफादारी का सर्टिफिकेट न देने की बात कही। उनकी स्पीच के वीडियो वायरल हो गए, जहां लाखों लोग देख रहे हैं। प्रियंका गांधी ने भी बहस में हिस्सा लिया, लेकिन ओवैसी का रुख सबसे चर्चित रहा।



