मैथिली ठाकुर की मंच वापसी, भाजपा विधायक बनने के बाद पहली बार गोवा मठ में भजन गाया
विधायक बनने के बाद मैथिली ठाकुर की मंच पर वापसी, गोवा में राम-सीता विवाह भजन संध्या।
Bihar News: बिहार की सबसे युवा विधायक मैथिली ठाकुर ने संगीत के मंच पर धमाकेदार वापसी की है। भाजपा से जुड़ने और विधायक बनने के बाद पहली बार उन्होंने गोवा के एक मठ में भजन संध्या का आयोजन किया। यहां उन्होंने राम-सीता के विवाह प्रसंग को मिथिला की संस्कृति से जोड़कर प्रस्तुत किया, जिससे श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। उनके छोटे भाई ऋषभ और अयाची भी मंच पर साथ थे। यह कार्यक्रम श्री समस्थान गोकर्ण पार्टागली जीवोत्तम मठ में श्रद्धा पंच आस्था महोत्सव के तहत हुआ। छोटे शहरों और गांवों के भक्त जो मैथिली को मिथिला की बेटी मानते हैं, वे इस प्रस्तुति से भावुक हो उठे। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है, जहां फैंस उनकी आवाज की तारीफ कर रहे हैं।
Bihar News: मैथिली ठाकुर की संगीतमय यात्रा
मैथिली ठाकुर मिथिला क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक हैं। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत का गहन प्रशिक्षण लिया और हिंदी, मराठी, भोजपुरी, अवधी, मगही जैसी कई भाषाओं में गीत गाए। लोक संगीत से लेकर कवर सॉन्ग्स तक, उनकी आवाज ने लाखों दिल जीते। 2025 में मात्र 25 साल की उम्र में उन्होंने राजनीति का रुख किया। भाजपा ने उन्हें दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा सीट से टिकट दिया, जिसे उन्होंने शानदार तरीके से जीता। वे सुषमा स्वराज के बाद भारत की दूसरी सबसे युवा विधायक बनीं। चुनाव प्रचार और विधानसभा सत्र की व्यस्तता में संगीत से दूर रहीं, लेकिन अब वे फिर से अपनी जड़ों की ओर लौट आईं। मैथिली कहती हैं कि संगीत उनकी सांसों जैसा है, जो कभी रुक नहीं सकता।
गोवा मठ में भजन संध्या: राम-सीता विवाह पर मिथिला अंदाज
गोवा के श्री समस्थान गोकर्ण पार्टागली जीवोत्तम मठ में आयोजित भजन संध्या में मैथिली ने राम-सीता के विवाह को मिथिला की परंपराओं से सजाया। उनके भजनों ने माहौल को आध्यात्मिक बना दिया। श्रद्धालु नाचने लगे और मठ के संत भी तालियां बजाते नजर आए। दो घंटे की प्रस्तुति में मैथिली ने कर्णप्रिय भजनों से सबको बांध लिया। आयोजन समिति ने उन्हें सम्मानित किया और कहा कि उनकी आवाज ने आस्था को नई ऊर्जा दी। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, “ओह! इतना बढ़िया कार्यक्रम। मजा आ गया। पूरे दो घंटे एक ही मुख्य गाने वाली। धन्यवाद मैथिली जी और आपकी टीम को।” वीडियो पर हजारों व्यूज आ चुके हैं।
राजनीति और संगीत का संगम: मैथिली का नया अध्याय
मैथिली ठाकुर का यह मंच पर लौटना राजनीति और कला के बीच संतुलन का प्रतीक है। विधायक बनने के बाद वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहीं, लेकिन संगीत उनकी पहचान है। भजन संध्या ने साबित किया कि वे विधायक के साथ-साथ सांस्कृतिक राजदूत भी हैं। फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि मैथिली जल्द ही नए एल्बम या कंसर्ट लेकर आएंगी। यह वापसी बिहार की बेटी के लिए गर्व का विषय है।



