Bihar News: पुराने केस में वारंट तो सावधान हो जाएं, बिहार पुलिस तलाश रही पुराने फरार मुजरिमों को
पुरानी फाइलों को खंगालकर वारंट तामील करने का अभियान; एक हफ्ते में 114 गिरफ्तारियां।

Bihar News: बिहार में नई सरकार बनने के बाद पुलिस ने कमर कस ली है। अगर आपके खिलाफ पुराना कोई केस दर्ज है, तो हो जाएं सावधान। बिहार पुलिस पुराने कोर्ट वारंटों को खोजकर फरारों को पकड़ने का अभियान चला रही है। दारभंगा जिले के सिंहवारा थाना क्षेत्र में 24 साल पुराने हत्या के मामले में एक आरोपी को कागजों पर फरार घोषित कर उसके घर पर पोस्टर चस्पा कर दिया गया। सहरसा जिले के बलवाघाटी से दो लोगों को पकड़ा गया, जो हमला के पुराने केस में आरोपी थे। पिछले एक हफ्ते में 114 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। यह अभियान पूरे बिहार में चल रहा है। छोटे-छोटे गांवों के लोग जो पुराने झगड़ों को भूल चुके हैं, वे अब परेशान हो सकते हैं। पुलिस का कहना है कि यह अपराध रोकने और न्याय दिलाने के लिए जरूरी है। वाहन चेकिंग भी तेज हो गई है।
बिहार पुलिस का अभियान: पुराने वारंट क्यों खोज रही?
नई सरकार बनते ही बिहार पुलिस ने एक्शन मोड में आ गई है। पहले पुलिस केस दर्ज करने के बाद कोर्ट के वारंटों को फाइलों में दबा देती थी। लेकिन अब हेडक्वार्टर से सख्त निर्देश हैं। पुरानी फाइलें खंगाली जा रही हैं। खासकर हमला और मारपीट के पुराने केसों पर फोकस है। एक महीने का स्पेशल एक्शन प्लान बनाया गया है। इसमें अपराध रोकना, घटनाओं का खुलासा, नशे की तस्करी पर रोक, फरार और इनाम वाले अपराधियों को पकड़ना शामिल है। जमीन विवाद के केस भी एक महीने में निपटाए जाएंगे। थानों में लंबे समय से लंबित मामले सुलझेंगे। वरिष्ठ अधिकारी जिला और उपखंड स्तर पर निगरानी कर रहे हैं। यह कदम बिहार के आम लोगों के लिए सुरक्षा का संदेश है। लेकिन पुराने केस वाले सतर्क रहें।
पिछले हफ्ते की कार्रवाई: 114 गिरफ्तारियां और नशीले पदार्थ जब्त
पिछले एक हफ्ते में बिहार पुलिस ने शानदार काम किया। 114 लोग गिरफ्तार हुए, ज्यादातर पुराने हमला केसों के आरोपी। दारभंगा के बरहुल्ली गांव में 24 साल पुराने हमला केस का आरोपी फरार था। पुलिस ने उसके घर पर पोस्टर लगा दिया। सहरसा के बाजितपुर थाने ने बलवाघाटी से दो फरारों को पकड़ा। इसके अलावा 45 लीटर देशी शराब और 43.2 लीटर विदेशी शराब बरामद हुई। एक पिस्तौल और छह कारतूस मिले। 116.64 किलो गांजा जब्त किया गया। लहेरियासराय से एक व्यक्ति को कोडीन वाली खांसी की सिरप के साथ गिरफ्तार किया, जो नशे के लिए इस्तेमाल होती है। 20-22 साल पुराने केस फिर खुल रहे हैं। कई आरोपी तो केस भूल चुके थे। यह आंकड़े बताते हैं कि पुलिस कितनी सक्रिय हो गई है।
Bihar News: पुराने वारंट कैसे चेक करें
अगर आपके खिलाफ पुराना केस है, तो सबसे पहले नजदीकी थाने में जाकर जानकारी लें। पुलिस कह रही है कि वारंट पूरे करने से पहले सरेंडर करने वाले को राहत मिल सकती है। लेकिन फरार रहने से परेशानी बढ़ेगी। घर पर पोस्टर चस्पा होना शर्म की बात है। वाहन चेकिंग में भी सख्ती है। अगर कोई संदेह हो, तो तुरंत थाने संपर्क करें। कोई हेल्पलाइन नंबर नहीं बताया गया, लेकिन लोकल पुलिस स्टेशन पर पूछताछ करें। यह अभियान अपराधियों को डराने के लिए है। आम नागरिक जो निर्दोष हैं, वे चिंता न करें। लेकिन पुराने झगड़ों वाले सावधान रहें।
अभियान का असर: बिहार में अपराध पर लगाम लगेगी?
यह एक महीने का प्लान बिहार को सुरक्षित बनाने का प्रयास है। नशा तस्करी पर रोक से युवा सुरक्षित रहेंगे। जमीन विवाद सुलझने से गांवों में शांति आएगी। फरार पकड़ने से न्याय मिलेगा। नई सरकार का यह पहला बड़ा कदम सराहनीय है। लेकिन पुलिस को निर्दोषों को परेशान न करने की हिदायत रखनी चाहिए। बिहार के मेहनती लोग चाहते हैं कि कानून सबके लिए बराबर हो। अगर आप प्रभावित हैं, तो परिवार को बताएं और थाने जाएं।



