मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में सम्पन्न हुआ बिधानसभा चुनाव के अपने चुनावी घोषणापत्र में बिहार के किसानों से हर खेत में पानी पहुंचाने का वादा किया था। अब सरकार बनने के बाद इस योजना को मूर्त रूप देने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। इसी के मद्देनज़र आज शेखपुरा जिलाधिकारी इनायत खान के निर्देश पर समाहरणालय के मंथन सभागार में उप विकास आयुक्त सत्येंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में राजकीय नलकूपों की मरम्मत एवं संचालन से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला सह समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया।
इसके तहत आज जिले में संचालित सभी नलकूपों की अद्यतन स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। इस मौके पर उप विकास आयुक्त ने बताया कि जिले में कुल 187 नलकूप हैं, जिसको संचालित करने के लिए सभी संबंधित मुखिया को हैंड ओवर कर दिया गया है। सभी मुखिया को नलकूपों के रख-रखाव एवं इसके सुसंचालन के संबंध में व्यापक ढंग से प्रशिक्षित किया गया है।
वर्तमान में अभी 66 नलकूप चालू अवस्था में है और शेष को चालू करने का प्रयास किया जा रहा है। सहायक अभियंता मुमताज आलम लघु सिंचाई ने बताया कि सभी मुखिया को बंद नलकूप को चालू करने के लिए एस्टीमेट के अनुसार तीन से चार लाख रुपया उपलब्ध कराया गया है। लेकिन मुखिया के द्वारा उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं देने के कारण आगे की राशि नहीं दी जा रही है। उन्होंने सभी मुखिया से अनुरोध किया गया कि जो राशि आपको नलकूप के रख-रखाव एवं संचालन के लिए प्राप्त हुआ है, उसका उपयोगिता प्रमाण पत्र 2 दिनों के अंदर सुलभ करा दें।
आज की बैठक में पंचायतों के मुखिया, पंचायत सचिव, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता आदि उपस्थित थे। बताते चलें कि 12 नलकूप ऐसे हैं, जिनको असफल घोषित कर दिया गया था। लेकिन उनको भी पुनः चालू करने के लिए एस्टीमेट के अनुसार संबंधित मुखिया को राशि उपलब्ध करा दिया गया है।