सोमवती अमावस्या पर महिलाओं ने पीपल बृक्ष की पूजा कर पति के लम्बी उम्र की कामना की
आज इस साल की अंतिम सोमवती अमावस्या के शुभ अवसर पर शेखपुरा जिले में महिलाओं ने व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना की। इस दौरान महिलाओं ने पीपल बृक्ष की पूजा कर उसकी परिक्रमा भी की। सोमवती अमावस्या का संयोग साल में 2 या 3 बार ही बनता है। सोमवती अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना जाता है। जो अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं। आज मार्गशीर्ष की सोमवती अमावस्या है। इस दिन पितरों का पूजन करने का विधान है। आज मार्गशीर्ष की सोमवती अमावस्या मनाई जा रही है। जो अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है उसे सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2020) कहते हैं। सोमवती अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं होते हैं।
सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए सोमवती अमावस्या का व्रत रखती हैं। मार्गशीर्ष की अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए तर्पण, स्नान और दान-धर्म जैसे कार्य किए जाते हैं। आज साल की अंतिम सोमवती अमावस्या है।