धर्म और आस्थाशेखपुरा

जिलाधिकारी ने जिलेवासियों को दी छठ पूजा की बधाई, पूजा की समुचित व्यवस्था का अधिकारियों को जारी किया निर्देश

हिंदुओं के आस्था के चार दिवसीय पवित्र महापर्व छठ-पूजा का आज नहाय-खाय के साथ शुभारंभ हो गया है। प्रथम एवं द्वितीय अर्ध्य क्रमश: 20 एवं 21 नवंबर को होगा। इस शुभ अवसर पर जिलाधिकारी इनायत खान ने सभी छठ व्रतियों एवं जिलेवासियों को छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं दी है। साथ ही इस कोरोना संक्रमण काल में शेखपुरा जिले में छठ पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक दयाशंकर के द्वारा संयुक्त आदेश भी जारी किया गया है। इस बात की जानकारी देते हुए DPRO ने बताया कि शांतिपूर्ण ढंग से छठ पर्व मनाए जाने के लिए जिले के चयनित 61 स्थलों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी के साथ-साथ सशस्त्र बलों प्रतिनियुक्ति की गई है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि 20 नवंबर के 1 बजे अपराहन से 21 नवंबर को स्थिति सामान्य होने तक अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर उपस्थित होकर विधि-व्यवस्था का संधारण करना सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावे 17 अधिकारियों को सुरक्षित दंडाधिकारी बनाया गया है। सभी सुरक्षित दंडाधिकारी दिनांक 21 नवंबर के अपराहन 1 बजे से जिला नियंत्रण कक्ष में उपस्थित रहेंगे। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने प्रखंड क्षेत्र की विधि व्यवस्था के संपूर्ण प्रभार में रहेंगे एवं सभी घाटों को ससमय निरीक्षण कर आवश्यक तैयारी पूर्ण करेंगे। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थाना एवं ओपी अध्यक्ष व पुलिस अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी प्रकार की विधि व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न नहीं हो एवं ऐसा होने पर त्वरित कार्रवाई करेंगे। छठ पूजा से संबंधित शिकायत और सुझाव के लिये अनुमंडल पदाधिकारी को मोबाइल नंबर 9473101402 तथा अनुमंडल पुलिस अधिकारी का मोबाइल नंबर 943180023 जारी किया गया है। जिले के नागरिक छठ पूजा से संबंधित शिकायत और सुझाव जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या पर भी दे सकते हैं।जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 06341-223333 एवं 223041 है। डीपीआरओ ने बताया कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत छठ पूजा समितियों के सदस्यों के साथ शांति समिति की बैठक निश्चित रूप से करेंगे।सभी दंडाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि सभी घाटों का निरीक्षण कर लें एवं असुरक्षित घाटों को प्रतिबंधित कर दें। अधिक पानी वाले घाटों पर बैरिकेडिंग करना भी सुनिश्चित करेंगे और स्थानीय तैराक को भी वहां उपस्थित रखेंगे। सभी प्रखंड विकास अधिकारी पूजा समितियों से समन्वय बनाते हुए पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लगाना सुनिश्चित करेंगे। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने-अपने प्रखंड में भी नियंत्रण कक्ष की स्थापना करेंगे जो 24 घंटे का रहेगा। नगर क्षेत्र के घाटों पर सारी व्यवस्था, गहरे पानी वाले क्षेत्रों पर बैरिकेडिंग, बांस का बल्ली, रस्सी, लाइट, पेयजल, पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, सहायता केंद्र इत्यादि नगर कार्यपालक पदाधिकारी शेखपुरा एवं बरबीघा लगाना सुनिश्चित करेंगे। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिया गया है कि कोई वाहन घाट पर नहीं जा पाए एवं घाट पर भीड़ न लगे। अर्घ्य शुरू होने के कम से कम दो-तीन घंटा पूर्व घाटों के आसपास किसी भी प्रकार के वाहन का प्रवेश वर्जित रहेगा। सभी थानाध्यक्ष छठ पर्व के पूर्व और बाद में सभी आने जाने वालों का सघन जांच करना सुनिश्चित करेंगे। कार्यपालक अभियंता विद्युत सभी घाटों के आसपास मार्गों पर बिजली व्यवस्था करना सुनिश्चित करेंगे। कहीं भी बिजली का तार नीचे या जर्जर नहीं हो। कार्यपालक अभियंता पी एच ई डी को निर्देश दिया गया है कि सभी घाटों पर पेयजल सुलभ कराना सुनिश्चित करेंगे।
सिविल सर्जन को जिला नियंत्रण कक्ष में आवश्यक दवाओं के साथ एंबुलेंस रखने के लिए निर्देश दिया गया है। इसके साथ-साथ सभी प्रखंडों में मेडिकल टीम भी तैनात रहेगा। छठ पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है,जो समाहरणालय के सभाकक्ष में संचालित होगा। इसका दूरभाष संख्या 06341-223333 है।जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को जिला नियंत्रण कक्ष का प्रभारी बनाया गया है।जिलाधिकारी का स्पष्ट निर्देश है कि अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष के साथ आवश्यक बैठक कर यह सुनिश्चित करेंगे कि खतरनाक घाटों पर किसी भी सूरत में अर्घ्य नहीं पड़े। वैसे घाट में जिन पर रेलवे ट्रैक है एवं सड़क है, वहां विशेष चौकसी रखने का निर्देश दिया गया है। रेलवे ट्रैक के पास एवं सड़क पर स्थानीय वॉलिंटियर को पूजा समिति अपने स्तर से भी उपस्थित रखेंगे। स्टेशन मास्टर, रेलवे स्टेशन को निर्देश दिया गया है कि वह स्थान जहां पर रेलवे ट्रैक घाट से सटा हुआ है, वहां ट्रेन की गति को धीमी रखें ताकि किसी प्रकार का हादसा से बचा जा सके। उप विकास आयुक्त एवं पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय व्यवस्था के प्रभार में रहेंगे।

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