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बरबीघा बाजार की सड़कों पर दिन भर रहता है जाम, नो एंट्री के बाबजूद बड़ी गाड़ियों का होता है परिचालन

एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण को लेकर देश ही क्या पूरी दुनिया में सतर्कता बरती जा रही है। इसके तहत प्रत्येक व्यक्ति से सामाजिक दूरी बनाते हुए अपना काम करने की लगातार अपील की जा रही है। वहीं दूसरी ओर शेखपुरा जिले के बरबीघा बाजार के विभिन्न मंडियों में भीड़ की अधिकता के कारण स्थिति विकट होती जा रही है। बरबीघा बाजार के अधिकतर मोहल्ले की सड़कें संकीर्ण हैं, जिसके कारण सड़क किनारे दो पहिया गाड़ी खड़ी कर देने के बाद भी सड़क जाम हो जाती है। बरबीघा बाजार शेखपुरा जिले के सबसे बड़े बाजार की श्रेणी में है। यहां शेखपुरा जिले के अलावा निकटवर्ती नालंदा, नवादा एवं पटना जिले के लोग भी बाजार में खरीदारी एवं बिक्री करने आते हैं। जिससे सुबह 7:00 बजे से ही बाजार में भीड़ लगनी शुरू हो जाती है, जो रात्रि 8:00 बजे तक रहती है। भीड़ के कारण बड़े वाहनों के प्रवेश पर शहर में सुबह 8:00 बजे से लेकर रात के 8:00 बजे तक नो इंट्री लागू है। इसके बावजूद थाना चौक, मिशन चौक एवं गौशाला के रास्ते गिट्टी, बालू, ईट एवं अन्य प्रकार के मालवाहक वाहनों के हर हमेशा आवागमन होते रहने से सड़क जाम रहती है। जिससे थाना चौक, पुरानी शहर, मछलहट्टा, मेन रोड, झंडा चौक, गोला रोड इत्यादि मोहल्लों में हमेशा भीड़भाड़ रहती है। इन मुहल्लों की सड़कों पर अक्सरहां मेले जैसा दृश्य देखा जाता है। जो यहां कोरोना संक्रमण को बढ़ाने में काफी मददगार साबित हो सकता है। जिसे देखने सुनने वाले दूर-दूर तक कोई पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि नहीं नजर आते हैं। परिणाम स्वरूप यहां के स्थानीय निवासी के अलावा राहगीर सड़क जाम की समस्या से प्रत्येक दिन परेशान होते रहते हैं। सबसे भयावह स्थिति तो तब बन जाती है, जब कोई मरीज रिक्शे एवं अन्य गाड़ियों से चिकित्सा हेतु घर से निकलते हैं और कहीं ना कहीं सड़क जाम में फंस जाते हैं। ऐसे में अनेकों मरीजों की हालत बिगड़ जाती है। जिस पर अबिलंब ध्यान देने की जरूरत है।

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