नवजात शिशु के लिये होमियोपैथी दवा है रामबाण – डॉ दिग्विजय
नवजात शिशुओं के लिये माँ का दूध ही सर्बोत्तम आहार है। होमियोपैथ के डॉक्टर दिग्विजय ने मगही न्यूज से एक्सक्लुसिव बात करते हुए कहा है कि जन्म लेते ही शिशु विभिन्न प्राकृतिक प्रकोप का शिकार होने लगता है। जिससे बचाव के लिए होमियोपैथ दवा रामबाण इलाज है। डॉक्टर ने कहा कि नवजात को ठंडा लगना, दस्त और उल्टी होना, खांसी बुखार होना इस प्रकार अनेक लक्षण प्रकट होने लगते हैं। डॉक्टर ने कहा कि होमियोपैथ दवा से शिशु के हेल्थ पर बेहतर असर पड़ता है। डॉक्टर ने कुछ होमियोपैथ दवा का नाम बताया है जो विभिन्न बीमारियों में लाभदायक है।
1 एकोनाइट- जब शिशु बहुत अधिक रोता है।हल्का सर्दी, बुखार हो तो यह दवा संजीबनी का काम करता है।
2 एंटिम टार्ट- जब शिशु के छाती से घरघराहट की आवाज हो और उल्टी में कफ निकले तो इसका प्रयोग समुचित है।
3 कैमोमिला- जब शिशु बहुत अधिक रोता हो पर गोद में लेने या घुमाने पर चुप हो जाए तो इस दवा को अवश्य याद करना चाहिए।
4-नक्स वोमिका – जब शिशु के पेट में गड़बड़ी हो या मां के खानपान में कुपरहेज हुआ हो तो यह दवा अवश्य कारगर सिद्ध होगी।
5-पोडोफाईलम- जब नवजात शिशु पतला दस्त करता हो दस्त की मात्रा अधिक हो और दुर्गंध और आवाज के साथ पर दस्त हो तो यह अचूक दवा है।
6 इथूजा- जब नवजात शिशु दही जैसा उल्टी करें या बार-बार दूध बाहर फेंके तो इस दवा का कमाल देखने को मिलता है, मात्र दो तीन खुराक में ही
7 कलकेरिया कार्ब- जब नवजात शिशु दूध पीते ही उल्टी कर देता हो, पतला दस्त अधिक मात्रा में हो तो यह दवा कारगर है।
डॉक्टर दिग्विजय ने कहा कि होमियोपैथ का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। फिर भी बच्चों को उपरोक्त दवाएं उचित डॉक्टर की सलाह लेकर उनकी निगरानी में ही दें।