राजनीतिशेखपुरा

महागठबंधन में घमासान, लोजपा ने भी ठोकी ताल, जाप ने उम्मीदवार पर लगाई मुहर

शेखपुरा में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों की होड़ है। सबसे दिलचस्प कहानी महागठबंधन की तरफ है। राजद दो फाड़ है, एक का नेतृत्व विजय सम्राट कर रहे हैं तो दूसरे का जिला परिषद सदस्य रणजीत उर्फ बुद्धन भाई। दोनों ने अलग अलग बैठक कर जिला पर्यवेक्षक के सामने उम्मीदवारी पर दावा किया है। दूसरी तरफ कांग्रेस के अंदर भी सभी कमर कसे हुए हैं,पूर्व जिलाध्यक्ष शंकर महतो, वर्तमान अध्यक्ष सुंदर साहनी और स्व राजो सिंह के पौत्र सत्यजीत हैं, जो शेखपुरा पर दावा कर रहे हैं। रालोसपा भी किसी दल से पीछे नहीं है। एक का कमान प्रदेश अभियान समिति के अध्यक्ष जितेंद्र नाथ के नेतृत्व में चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है। वही देवेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में भी बैठकों का दौर जारी है। वीआईपी की ओर से एक मात्र उम्मीदवार है पप्पू चौहान। वहीं जाप ने सभी को पीछे छोड़ते हुए उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। चेवाड़ा के जिला परिषद सदस्य अजय कुमार को पप्पू यादव ने उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा कर दी है। ये तो रहा महागठबंधन का लठबंधन। दूसरी तरफ एनडीए में भी झांक लेना जरूरी है। लोजपा के जिलाध्यक्ष मो इमाम ग़ज़ाली ने भी शेखपुरा से अपना किस्मत आजमाने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। जदयू में कोई भेकेंसी नहीं है। पार्टी ने वर्तमान विधायक रणधीर कुमार सोनी पर फिर से भरोसा जताया है और विधायक के नेतृत्व में लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की जा रही है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि महागठबंधन के अंदर सभी घटक दल अपनी दावेदारी कर रहे हैं और करना भी चाहिए। चुनाव एक ऐसा प्लेटफार्म है, जिससे नेताओं के चेहरा में चमक आ जाता है और इसी से राजनीतिक बजूद का भी पता चलता है। देखिए आगे होता है क्या? महागठबंधन की सीट किसकी झोली में जाती है और कौन एनडीए को टक्कर दे पाते हैं। शेखपुरा के मतदाता भी चाय की चुस्की के साथ चर्चाओं में लगे हैं। बहरहाल अभी कम से कम दस दिन इंतजार करना होगा।

Back to top button
error: Content is protected !!