अखण्ड भारत संकल्प दिवस पर बौद्धिक कार्यक्रम आयोजित
शेखपुरा:- अखण्ड भारत महज सपना नहीं, श्रद्धा है, निष्ठा है। जिन आंखों ने भारत को भूमि से अधिक माता के रूप में देखा हो, जो स्वयं को इसका पुत्र मानता हो। वन्देमातरम् जिनका राष्ट्रघोष और राष्ट्रगान हो। ऐसे असंख्य अंत:करण मातृभूमि के विभाजन की वेदना को कैसे भूल सकते हैं। उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह वीनेश प्रसाद ने फेसबुक लाइव के माध्यम से महाविद्यालयीन छात्र छात्राओं एवं स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि हम भारतवासी अखण्ड भारत के संकल्प को कैसे त्याग सकते हैं? किन्तु लक्ष्य के शिखर पर पहुंचने के लिये यथार्थ की कंकरीली-पथरीली, कहीं कांटे तो कहीं दलदल, कहीं गहरी खाई तो कहीं रपटीली चढ़ाई से होकर भी गुजरना ही होगा। तभी हम अखंड भारत के सपनों को साकार कर सकते हैं। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा आजकल हमारे अंदर कैसा सोंच चल रहा है। हम पढ़ाई सिर्फ पैसे के लिए कर रहे हैं, जो चिंतनीय है। देश रहेगा, तब हम रहेंगे। इस मौके पर जिला कार्यवाह अनिल कुमार, सह जिला कार्यवाह अभय कुमार, छात्र प्रमुख अंकुश कुमार, मनोज राय सहित अन्य लोग उपस्थित थे।