
Sheikhpura: जिले में 35 हजार बीपीएल परिवार को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से जोड़ने का दावा किया गया है। पर इस योजना के सफलता पर संदेह उत्पन्न हो रहा है। क्योंकि पैसे के अभाव में कई परिवार की महिलाएं जलावन चुन कर घर का चूल्हा जलाने को विवश हैं।
कितने गरीबों को मिला कनेक्शन, कितना हो रहा उठाव
दरअसल प्रधानमंत्री की उज्ज्वला योजना का लाभ गरीब परिवारों को मिलना है। इस बाबत सुमित्रा इंटरप्राइजेज के प्रबन्धक संजय कुमार ने बताया कि जिले में 35 हजार बीपीएल परिवारों को मुफ्त में कनेक्शन दिया गया है। एक महीना के अंदर शेष बचे लोगों को भी मुफ्त कनेक्शन दिया जाएगा। आपको बता दें कि शेखपुरा जिले में 35 हजार बीपीएल उपभोक्ताओ में दस हजार उपभोक्ता रसोई गैस का उठाव नहीं कर रहे हैं। इनमें से कुछ तो रोजगार के लिए पलायन कर गए हैं और कुछ आर्थिक तंगी की बात कह कर रसोई गैस का उठाव नहीं कर रहे हैं।
गरीब आज भी लकड़ी से बना रहे हैं खाना
दरअसल इन गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन तो मुफ्त में दे दिया गया है। लेकिन वे इसे रिफिल नहीं करवा रहे हैं। क्योंकि रसोई गैस लेने के लिये उन्हें लगभग 9 सौ रुपया का भुगतान करना होगा। दिन भर मजदूरी करने के बाद गरीबों को पेट की आग बुझाने की ज्यादा जरूरत है। जिसके कारण वे रसोई गैस की खरीद करने में असमर्थ हैं। यही कारण है कि महादलित परिवार की महिलाएं आज भी जलावन चुन कर अपने घर का चूल्हा जला रही हैं।
लोजपा जिलाध्यक्ष ने दी अपनी राय
इस मुद्दे पर जब हमने लोजपा जिलाध्यक्ष सह पूर्व प्रत्याशी मो. इमाम गज़ाली से बात की तो उन्होंने इस उज्ववला योजना को बकवास बताते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि जिस तरह मुफ्त में कनेक्शन दिया गया है। उसी तरह मुफ्त में रसोई गैस भी दिया जाय, तभी इन गरीबों को धुंए से छुटकारा मिल पायेगा। वर्ना ये उम्मीद सिर्फ एक उम्मीद बनकर रह जायेगी।