
युवाओं ने अमानवीय तरीके से तस्करी के लिए ले जा रहे कुल 27 पशुओं को कराया आजाद, भाजयुमो अध्यक्ष की रही मुख्य भूमिका, जानें पूरी कहानी शुरू से अंत तक
मालवाहक वाहन में पशुओं को ले जाया जा रहा था। इस ट्रक में 27 पशुओं को अमानवीय तरीके से ठूंसा गया था। सूचना मिलने के बाद कुल 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिसमें ट्रक ड्राइवर और क्लीनर भी शामिल हैं।
Sheikhpura: युवा एक हो जाएं, तो क्या कुछ नहीं हो सकता! इसको चरितार्थ किया है बरबीघा प्रखण्ड के युवाओं ने। इन युवाओं ने अमानवीय तरीके से ले जा रहे पशुओं को तस्करों के चंगुल से आजाद करवा नया जीवनदान दिया है। जी बिल्कुल सही है ये कहानी, एक नहीं छोटे-बड़े मिलाकर पूरे 27 पशुओं को प्रखण्ड क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के पास से आजाद कराया। यही नहीं तस्करों से आजाद कराने के बाद पुलिस की मदद से उन्हें सामाचक मोहल्ला स्थित श्री कृष्ण गौशाला में सुरक्षित पहुंचाया।
क्या है पूरा मामला, जानें पूरी बात
दरअसल भाजपा के युवा जिलाध्यक्ष गौतम कुमार बरबीघा के श्री कृष्ण चौक पर स्थित अपने केवाईपी सेंटर की छत पर थे, तभी उन्हें एक ट्रक में गाय भरकर जाते देखा। उनके नेतृत्व में तुरन्त कुछ युवाओं ने ट्रक का पीछा किया। ट्रक ड्राइवर ने युवाओं को चकमा देना चाहा, पर आखिरकार उन्हें मिर्जापुर के पास ट्रक को रोकना पड़ा। युवाओं ने ट्रक पर चढ़कर देखा तो ट्रक में पूरे 27 पशु ठूंसे मिले। इस दौरान बड़ी संख्या में वहां स्थानीय लोग भी जमा हो गए। पुलिस को सूचना दी गई, सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्र के द्वारा तत्काल A.S.I. अमलेश कुमार को दल-बल के साथ मौके पर भेजा गया। पुलिस ने सबसे पहले गुस्साई भीड़ से कुल 4 तस्करों को सुरक्षित भीड़ से निकालकर थाने ले गई। उसके बाद सभी पशुओं को सुरक्षित गौशाला पहुँचाया।

ट्रक में ठूंसे पशुओं का हालात देख खड़े हो गए रोंगटे
पशुओं को गौशाला पहुंचते ही युवा ट्रक पर चढ़ गए, फिर एक-एक कर सभी पशुओं को सुरक्षित नीचे उतारा गया। इस कार्य में सामाचक मोहल्ले के स्थानीय युवाओं व आर एस एस के कार्यकर्त्ताओं ने भी भरपूर सहयोग किया। वहीं गौशाला कमिटी के मनीष कुमार, धर्मेंद्र सिंह, सुबोध कुमार सहित अन्य सदस्यों ने सभी पशुओं की सेवा शुरू की। इस पशुओं को ट्रक में ऐसे ठूंसा गया था कि कुछ बुरी तरह घायल हो गए थे। रस्सी से बांधने के कारण एक की तो पूँछ कटकर बिल्कुल अलग हो चुकी थी। उसे देखकर वहां मौजूद लोगों के रोंगटे खड़े हो गए।

पूछ-ताछ में क्या बताया तस्करों ने
पुलिस की पूछ-ताछ में तस्करों ने पशुओं को कैमूर से पश्चिम बंगाल ले जाने की बात कुबूल की है। वहीं थानाध्यक्ष ने बताया कि मालवाहक वाहन में पशुओं को ले जाया जा रहा था। इस ट्रक में 27 पशुओं को अमानवीय तरीके से ठूंसा गया था। सूचना मिलने के बाद कुल 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिसमें ट्रक ड्राइवर और क्लीनर भी शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि चारों के ऊपर पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया है। ट्रक को फिलहाल गौशाला में ही खड़ा करवा दिया गया है। खबर मिलने तक युवाओं के द्वारा सूचना मिलने पर प्रखण्ड पशु अस्पताल के चिकित्सक डॉ मनजीत के साथ अन्य सहयोगियों ने भी गौशाला पहुँचकर उनका इलाज शुरू कर दिया था।