Bihar Chunav 2025: प्रशांत किशोर की जन सुराज को कितनी सीटें? ओपिनियन पोल में सिर्फ 1-3 का अनुमान, एनडीए को मजबूत बढ़त
आईएएनएस-मैटराइज सर्वे- NDA को 153 से 164 सीटों पर बहुमत, महागठबंधन 80 से 95 पर सिमटा।
Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का क्या होगा? एक ताजा ओपिनियन पोल ने सबको चौंका दिया है। आईएएनएस और मैटराइज के सर्वे के मुताबिक, जन सुराज बिहार चुनाव में सिर्फ 1 से 3 सीटें ही जीत पाएगी। पार्टी 243 में से 238 सीटों पर लड़ रही है, लेकिन वोट शेयर महज 4 फीसदी रह सकता है। प्रशांत किशोर ओपिनियन पोल में यह अनुमान उनके बड़े-बड़े दावों से बिल्कुल उलट है। प्रशांत किशोर खुद किसी सीट से नहीं लड़ रहे, बल्कि उम्मीदवारों के प्रचार में जुटे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 सीटें का यह पूर्वानुमान एनडीए को मजबूत दिखा रहा है, जबकि महागठबंधन को चुनौती मिल रही है। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर से शुरू हो रही है, ऐसे में यह पोल सियासी हलचल तेज कर रहा है।
ओपिनियन पोल की मुख्य बातें, जन सुराज का सीमित असर
प्रशांत किशोर ओपिनियन पोल में जन सुराज का प्रदर्शन कमजोर नजर आ रहा है। सर्वे कहता है कि पार्टी को कुल 4 फीसदी वोट मिलेंगे, जो 1-3 सीटों तक सीमित रहेगा। प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि उनकी पार्टी बिहार की सियासत बदल देगी, लेकिन यह अनुमान उन उम्मीदों पर पानी फेर रहा है। बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में जन सुराज ने 238 पर उम्मीदवार उतारे हैं। लेकिन मतदाताओं का झुकाव अभी एनडीए की ओर ज्यादा है। सर्वे में अन्य पार्टियों को 8 फीसदी और एआईएमआईएम को 1 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। यह पोल बता रहा है कि नई पार्टियां आसानी से जगह नहीं बना पा रही।
एनडीए को कितनी सीटें? मजबूत पकड़ बनी रहेगी
बिहार चुनाव 2025 ओपिनियन पोल में एनडीए को 153 से 164 सीटें मिलने की भविष्यवाणी है। इसमें भाजपा को 83-87, जेडीयू को 61-65, हम को 4-5, लोजपा को 4-5 और रालो को 1-2 सीटें आ सकती हैं। नीतीश कुमार और भाजपा की जोड़ी को फायदा दिख रहा है। विकास, रोजगार और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर एनडीए को बढ़त है। विशेषज्ञ कहते हैं कि ग्रामीण इलाकों में एनडीए की पकड़ मजबूत हो रही है।
महागठबंधन का क्या होगा? आरजेडी को 62-66 सीटें
महागठबंधन को भी अच्छा प्रदर्शन दिख रहा है। जन सुराज बिहार चुनाव के बीच आरजेडी को 62-66, कांग्रेस को 7-9, सीपीआई (एमएल) को 6-8, वीआईपी को 1-2 सीटें मिल सकती हैं। सीपीआई को 0-1, सीपीआई (एम) को 0-1 और अन्य को 0-4 सीटें। तेजस्वी यादव की अगुवाई वाला गठबंधन विपक्षी एकता पर जोर दे रहा है। लेकिन जन सुराज के आने से वोटों का कुछ बंटवारा हो सकता है। पोल में कहा गया है कि युवा मतदाता बदलाव चाहते हैं, लेकिन पुरानी पार्टियों पर भरोसा ज्यादा है।
सर्वे कैसे किया गया? मतदाताओं की राय
सर्वे की पूरी पद्धति स्पष्ट नहीं बताई गई, लेकिन यह बिहार के विभिन्न जिलों से डेटा इकट्ठा करके बनाया गया। मतदाताओं से सवाल किए गए कि वे किसे वोट देंगे। ज्यादातर लोगों ने एनडीए या महागठबंधन को चुना। जन सुराज को समर्थन कम मिला, शायद इसलिए क्योंकि पार्टी नई है। प्रशांत किशोर ने कहा था कि वे बिहार को नई दिशा देंगे, लेकिन पोल उनके दावों को चुनौती दे रहा है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह अनुमान बदल सकता है, लेकिन अभी एनडीए आगे है।




