
Sheikhpura: वो कहते हैं न कि कानून के हाथ लंबे होते हैं। ये लंबे हाथ जब उठते हैं तो शिकार को दबोच कर ही बापस आते हैं। बिगत 27 अप्रैल को बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र के हटिया चौक के पास हुए डकैती कांड का उद्भेदन हो गया है। इस मामले के चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। साथ ही पुलिस के द्वारा लूटे गए सामान में से अधिकांश सामान को भी बरामद कर लिया गया है।
पुलिस के हाथ कैसे हाथ लगे अपराधी
इस बाबत बरबीघा थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक ने बताया कि इस कांड में सभी अपराधी जिले से बाहर के थे, इसीलिये उन्हें पकड़ने में थोड़ा समय लग गया। पुलिस ने स्थानीय स्तर के अपराधियों से छान-बीन शुरू किया पर कुछ हाथ नहीं लग सका। बाद में हालांकि लूट के मोबाइल के साथ एक स्थानीय युवक को दबोचा गया, पर उसकी भी संलिप्तता साबित नहीं हो पाई। तब पुलिस ने गुप्त सूत्रों के आधार पर अपनी छान-बीन का दायरा बढ़ाया तो चौंकाने वाले रिजल्ट सामने आए। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस कांड में कुल 7 अपराधी शामिल थे, सभी अपराधी ट्रक ड्राइवर, क्लीनर और ट्रक से सामान उतारने वाले मजदूर थे। सभी ने इस बारदात के बाद भी 3 अन्य वारदातों को अंजाम दिया था। जिसके बाद नालन्दा जिले की पुलिस भी इन्हें सरगर्मी से तलाश रही थी। दोनों जिलों की पुलिस ने मिलकर साथ काम किया और 4 अपराधियों को धर दबोचा गया।
कहाँ-कहाँ से हुई गिरफ्तारी
इनमें हिलसा थाना के कृष्णबीघा गांव का रामश्लोक प्रसाद का पुत्र गणेश कुमार, नूरसराय थाना के परिऔना गांव का वीरेश प्रसाद का पुत्र मनीष कुमार, थरथरी थाना के रूपनबीघा गांव का वीरमणि प्रसाद का पुत्र मुकेश कुमार एवं भागनबीघा ओपी थाना क्षेत्र के मूसेपुर गांव का इंद्रदेव यादव का पुत्र अखिलेश्वर कुमार शामिल है। इन अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस ने अटैची, टीवी, बर्तन, जेवर सहित अन्य लूट का सामान भी बरामद किया है। सभी पकड़े गए अपराधियों को नालंदा पुलिस जेल भेजने की तैयारी कर रही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि वहां से सभी को रिमांड पर लेकर अन्य तीन अपराधियों की गिरफ्तारी भी जल्द से जल्द कर ली जाएगी।
कैसे की डकैती, पुलिस को बताया सारी कहानी
उन अपराधियों ने पूछ-ताछ पुलिस को जो बताया उसके अनुसार ये लोग ट्रक पर खाद लोड कर शेखपुरा ले गए थे। वहां से सामान उतारकर लगभग 9 बजे रात्रि में बरबीघा हटिया मोड़ पर आए। सभी ने घर की पहले रेकी की तो घर में मात्र चार लोगों को मौजूद पाया। मौका पाकर बगल के अर्धनिर्मित मकान पर चढ़कर 5 अपराधी घर में घुसे, शेष 2 बाहर की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। सभी ने मिलकर हथियार के बल पर घर को लूटा, पीड़ित से मार-पीट की और ट्रक पर सामान लोड कर आराम से चलते बने। पुलिस को सूचना न मिल सके इसलिये डकैतों ने पीड़ित का 2 मोबाइल भी छीन लिया। एक मोबाइल को घर मे ही छुपा दिया, दूसरे को कुछ दूर जाकर फेंक दिया। यही फेंका हुआ मोबाइल पूर्व में गिरफ्तार युवक को मिला था। इस मामले के उद्भेदन के बाद स्थानीय लोग इसे पुलिस की बड़ी कामयाबी मान रहे हैं। बताते चलें कि इस डकैती कांड को थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्र ने एक चैलेंज के रूप में स्वीकार किया और पहले दिन से ही इसके पीछे हाथ धोकर पड़ गए थे। जिसके बाद पुलिस को ये बड़ी कामयाबी हाथ लगी।