
Desk: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों लगातार औचक निरीक्षण पर निकल रहे हैं। सचिवालय सहित तमाम मंत्रियों के दफ्तरों की जांच कर चुके हैं। वहीं अब वे प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों का जायजा लेने भी निकल पड़े हैं। इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री ने आज पटना के गर्दनीबाग में निर्माणाधीन बापू टावर का स्थल निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ मौजूद भवन निर्माण मंत्री डॉ अशोक चौधरी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने वहां चल रहे निर्माण कार्यों का बारीकी से जायजा लिया। इंजीनियरों से बात कर कार्य की गुणवत्ता को परखा। साथ ही योजना के ससमय क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों को यथोचित दिशा-निर्देश भी दिया।
बता दें कि बापू टावर की आधारशिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 अक्टूबर 2018 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर रखी थी। जिसे भवन निर्माण विभाग द्वारा पूरा किया जा रहा है। अब इसका निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है। शीघ्र ही इसे बिहारवासियों को समर्पित किया जायेगा। संभावना है कि आगामी 2 अक्टूबर तक इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। महात्मा गांधी को समर्पित यह भवन बापू के जीवन, शिक्षाओं और बिहार के साथ उनके जुड़ाव, विशेष रूप से 1917 के चंपारण सत्याग्रह को दर्शाएगा।

सात एकड़ में बन रहे इस भूकंपरोधी भवन की बाहरी संरचना पर तांबे का क्लैडिंग (आवरण) होगा। जो विश्वस्तरीय इमारतों जैसे ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ में इस्तेमाल होने वाला एक स्पेशल फीचर है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 78 करोड़ रुपये है। इस भवन में एक स्मारिका शॉपिंग सेंटर, करीब 200 लोगों के लिए बहुउद्देश्यीय सभागार, ओरिएंटल हॉल, रेस्तरां, अनुसंधान केंद्र और प्रशासनिक कार्यालय होगा। यहां आने वाले लोग खासकर युवा, प्रदर्शनियों, ऑडियो-वीडियो सामग्री, वृत्तचित्रों और कहानियों के जरिए महात्मा गांधी की विचारधाराओं के बारे में जानेंगे। इसके अलावे परिसर में करीब 250 बाइक, कारों और बसों के लिए पार्किंग की सुविधा भी होगी। आगन्तुकों के लिए एक लिफ्ट और रैंप होगा।