Desk: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल आज हिंसाग्रस्त बिहारशरीफ के दौरे पर गया। हालांकि प्रशासन ने उन्हें घटनास्थल पर जाने की अनुमति प्रदान नहीं की। नालंदा प्रशासन के द्वारा रास्ते में ही प्रतिनिमण्डल को रोककर सर्किट हाउस ले जाया गया। जहां वे इस हिंसा में मारे गए युवक के परिजनों से भी मिले।
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि बिहारशरीफ में अभी भी कर्फ़्यू जैसे हालात हैं। स्थिति को सामान्य एवं नियंत्रित करने में अभी भी प्रशासन को मेहनत करने की जरूरत है। सरकार अपराध औऱ भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। इनसे बिहारशरीफ नहीं संभल रहा है तो ये बिहार को क्या सम्भालेंगे। मुख्यमंत्री जी दंगा पर दोषारोपण में लगे हुए हैं। हमने न्यायिक जांच की मांग की है ताकि असली गुनाहगार और पनाहगार पकड़ा जा सके।सरकार को निष्पक्ष जांच करानी चाहिए और बदले की भावना से ऊपर उठकर काम करना चाहिए।
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष घटनास्थल पर जाकर मृतक गुलशन कुशवाहा के परिजनों से भेंट कर उन्हें सांत्वना देना चाहते थे। परन्तु नालंदा के डी एम औऱ एस पी के द्वारा उन्हें सर्किट हाउस में बताया गया है कि उन क्षेत्रों में धारा 144 लगी है। इसलिए प्रतिनिधिमंडल को वहाँ जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। बाद में श्री सिन्हा के आग्रह पर मृतक के परिजनों को प्रशासन के द्वारा सर्किट हाउस लाया गया। जहां भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने उनकी व्यथा सुनी और उन्हें ढाढस बँधाया।
इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा पार्टी के विधानसभा सदस्य संजय सरावगी, डॉ सुनील कुमार, अरुणा देवी, पवन यादव, संजय सिंह, निक्की हेम्ब्रम, रश्मि वर्मा, प्रणव कुमार के साथ पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल एवं नालंदा के जिलाध्यक्ष रविशंकर भी शामिल थे।