Sheikhpura: शेखपुरा से दनियावां भाया बरबीघा रेलवे परियोजना वर्षों से लंबित है। बरबीघा के नारायणपुर मौजे में मात्र 2 किलोमीटर में रेलवे लाइन का निर्माण रुका हुआ है। जमीन के उचित मुआबजे की मांग को लेकर किसान अड़े हैं और मामला हाई कोर्ट में लंबित है। इस मामले में कोई प्रशासनिक मदद नहीं मिलने के बाद किसानों की उम्मीदें समाधान यात्रा पर आ रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिकी हैं।
इसको लेकर आज कई किसान जद यू जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक रणधीर कुमार सोनी से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। साथ ही मुख्यमंत्री से मिलकर उनके समक्ष अपनी समस्याओं को रखने की अपील की। जिलाध्यक्ष ने भी किसानों को अपनी तरफ से पूरी कोशिश करते हुए किसानों के आवेदन को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का भरोसा दिया। इस मौके पर किसान रंजीत कुमार, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि भोला कुशवाहा, पूर्व वार्ड पार्षद बिपिन चौधरी सहित अन्य किसान मौजूद रहे।
बता दें कि भूमि अधिग्रहण के विवाद के कारण रेलवे लाइन का निर्माण बिगत कई सालों से रुका हुआ है। किसानों के मुताबिक अधिसूचना के लगभग 4.5 वर्ष की अवधि के उपरान्त 2012 में तत्कालीन भू-अर्जन पदाधिकारी ने किसानों को बिना मुआवजा भुगतान किये नारायणपुर मौजे की आवश्यक भूमि के अधिग्रहण का प्रमाण पत्र रेलवे को हैरत अंगेज ढंग से निर्गत कर दिया। जिसके बाद उचित मुआबजा नहीं मिलने के कारण किसानों ने हाई कोर्ट का रुख किया।
एक बार फैसला आने के बाद भी उनके साथ नाइंसाफी हुई। जिसके कारण उन्हें दुबारा हाई कोर्ट जाना पड़ा। किसानों ने बताया कि एक ही प्लाट का एक भाग सड़क के लिए अधिग्रहित हुआ, उसका मुआबजा उचित मिला। जबकि उसी प्लॉट में रेलवे के द्वारा उचित मुआबजा नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि इस रेल मार्ग का स्वप्न रेलमंत्री रहते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही देखा था। इसलिए मुख्यमंत्री ही उनकी इस समस्या का समाधान करेंगे।