खेती-बाड़ीलापरवाहीशेखपुरा

खाद वितरण में हुई मनमानी तो DM को मोबाइल पर की शिकायत, जिला कृषि पदाधिकारी आये तो किसानों ने घेरकर कहा- खाद दिलाइये सर…

Sheikhpura: बरबीघा प्रखंड कार्यालय स्थित बिस्कोमान भवन में खाद वितरण में अनियमितता को लेकर किसानों ने आज भारी हंगामा कर दिया। स्थानीय कर्मियों द्वारा खाद वितरण में मनमानी का आरोप लगाते हुए सैकड़ों की संख्या में महिला एवं पुरुष किसान उग्र हो गए। किसानों ने जिलाधिकारी सावन कुमार को मोबाइल के माध्यम से इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला कृषि पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। परन्तु उग्र किसानों को घण्टों समझाने की कोशिश के बाद भी बात नहीं बनी। फिर कुछ किसानों को एक सरकारी दुकान से खाद मंगवाकर देने के बाद किसानों का गुस्सा शांत हुआ। जबकि कई महिला व पुरुष किसान बिना खाद लिए ही घर लौट गए।

दरअसल रबी फसल के लिए बिस्कोमान में मात्र 1300 बोरी खाद का आवंटन हुआ था। इसके लिए मंगलवार से ही किसानों को खाद की आपूर्ति की जा रही थी। भीड़ को देखते हुए थाने से पुलिस को भी बुलाया गया था। बुधवार को कई किसानों को आपूर्ति के बाद खाद खत्म हो गया। इसके बाद कर्मियों ने कार्यालय में ताला लगा दिया और वहां से बहाना बनाकर चले गए। जबकि बाकी बचे किसान यूं ही घण्टों लाइन में खड़े अपनी बारी का इंतजार करते रहे।

काफी देर बाद जब उन्हें खाद खत्म होने की जानकारी हुई, तो वे सभी उग्र हो गए। किसानों ने स्थानीय कर्मियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां खाद वितरण में मनमानी हो रही है। किसी को 10-10 बोरी खाद दिया जा रहा है। तो किसी को एक बोरी भी नसीब नहीं हो रहा है। ऊपर से घंटों लाइन में लगने के बाद कर्मी चुपचाप ताला बंद कर भाग जाते हैं।

लाइन में धक्का-मुक्की करते महिला व पुरुष किसान

उग्र किसानों ने सबसे पहले जिलाधिकारी से शिकायत की। उसके बाद प्रखंड कृषि कार्यालय का घेराव कर दिया। मामले को बिगड़ता देख जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला कृषि पदाधिकारी शिवदत्त सिन्हा मौके पर पहुंचे। किसानों ने उन्हें घेरकर कर्मियों की मनमानी की शिकायत की। साथ ही उनसे खाद मुहैया कराने को कहा। जिला कृषि पदाधिकारी ने कर्मियों से बात किया तो पता चला कि जितना खाद बचा है उसकी पर्ची कट चुकी है।

जिला कृषि पदाधिकारी को घेरकर खाद की मांग करते किसान

जिसके बाद डीएओ किसानों को काफी देर तक समझाने का प्रयत्न करते रहे। आखिरकार सरकारी दुकान से 25 बोरी खाद मंगवाकर कुछ किसानों को देना पड़ा। तब जाके उग्र किसानों का गुस्सा शांत हुआ। हालांकि ठंढ के मौसम में देर होने के कारण दूर से आने वाले आधे से ज्यादा महिला व पुरुष किसान बिना खाद लिए ही घर बापस लौट गए।

गोदाम में बचा हुआ खाद

सूत्रों से ये जानकारी मिली है कि प्रखंड के अनुज्ञप्तिधारी दुकानदार खाद की जमाखोरी व कालाबाजारी कर रहे हैं। 420 रुपये प्रति बोरी खाद बेचा जा रहा है। दुकान से अलग गोदाम बनाकर खाद बेचा जा रहा है। खबर है कि इस कालाबाजारी में विभाग के कर्मी भी सहयोग करते हैं। दुकानदार जांच-परखकर उसी आदमी को ब्लैक में खाद बेचते है, जिनसे उन्हें पकड़े जाने का कोई डर नहीं होता। दूसरी तरफ बिस्कोमान में भी कर्मियों के द्वारा मनमानी की सूचना है। अपने करीबियों व लाट साहब की पैरबी पर जुगाड़ तकनीक से एक आदमी को 10-20 बोरी खाद भी दे दिया जाता है। आबंटन होने से पहले ही खाद की सेटिंग हो जाती है। कार्यालय से बाहर पर्ची भी काट दी जाती है। जिसके कारण छोटे व बिना पैरबी वाले किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

Back to top button
error: Content is protected !!