
देश भर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा है। अस्पतालों में बेड की किल्लत, ऑक्सीजन की कमी की खबर हर रोज अखबारों और सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोर रही हैं। न्यूज चैनल दिन भर यही खबर दिखा रहे हैं। बिहार में कमोबेश यही स्थिति है। हालांकि छोटे शहरों और जिलों की स्थिति फिलहाल कुछ हद तक नियंत्रण में है। देश भर में इस संक्रमण से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इसको लेकर भी लोगों के बीच तमाम तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं। दरअसल, कहा गया है कि वैक्सीन लगने के बाद भी लोग कोविड-19 से संक्रमित हो सकते हैं। बात सही है, इसीलिये सरकार ने वैक्सीन लगाने के बाद भी सावधानी बरतने का निर्देश दिया है। ऐसे में एक खबर वाकई राहत पहुंचाने वाली है। भारत सरकार के द्वारा 20 अप्रैल तक के आंकड़े के अनुसार एक रिपोर्ट में कहा गया है कि को-वैक्सीन टीके की दूसरी खुराक के बाद करीब 0.04 प्रतिशत लोग संक्रमित पाए गए और कोविशील्ड की दूसरी खुराक के बाद 0.03 प्रतिशत लोग संक्रमित मिले हैं। प्रतिष्ठित न्यूज़ घराना times now में छपी रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने 20 अप्रैल तक का आंकड़ा सामने रखा है। इसके अनुसार कोविशील्ड की 11 करोड़ 60 लाख से ज्यादा खुराकें दी गई हैं। 10,03,02,745 ने पहली खुराक ली, जिसमें से 17,145 कोविड पॉजिटिव हुए। 1,57,3,2754 ने दूसरी खुराक ली, जिसमें से 5014 लोग संक्रमित हुए। वहीं को-वैक्सीन की 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा डोज दी गई है। 93,56,436 को पहली खुराक मिल गई है, जिसमें से 4208 कोरोना पॉजिटिव हुए हैं और 17,37,178 को दूसरी भी डोज लग गई है, जिसमें से 695 कोविड-19 की चपेट में आ गए। इसके अलावे तमाम एक्सपर्ट और डॉक्टर भी टीकाकरण को इस संक्रमण से बचने का सबसे बेहतर विकल्प बता रहे हैं। हाँ, टीका लगवाने के बाद भी सावधानी बरतने का सिलसिला लगातार जारी रखना है, क्योंकि सावधानी की बचाव है।