*पेट्रोल डीजल की कीमतों में वृद्धि को लेकर भाकपा माले ने दिया धरना*
अखिल भारतीय किसान महासभा,खेग्रामस, आर वाई ए के संयुक्त आवाहन पर कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत डीजल पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि को लेकर धरना दिया। शहर के टाउन हॉल के आगे धरना पर बैठे कार्यकर्ताओं ने कहा की डीजल पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के कारण आम लोगों पर महंगाई की मार पड़ रही है। एक ओर कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण जहां लोगों के आय का जरिया बंद है। वहीं, महंगाई की मार से अब लोगों का और भी बुरा हाल हो रहा है। पेट्रोल डीजल की कीमतों में वृद्धि से आवागमन को लेकर किराए में वृद्धि होने के साथ ही सभी सामानों की कीमतों में वृद्धि हो गई है। हद तो यह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट है लेकिन सरकार निजी कंपनियों के मुनाफे के लिए कीमतों पर कोई लगाम नहीं लगा रही है। धरना पर बैठे कार्यकर्ताओं ने जीविका दीदी के सीएम का मानदेय को ₹10000 करने, स्वयं सहायता समूह के तहत जीविका को दिए गए कर्ज माफ करने,माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के तहत दिये गए कर्ज को माफ करने,किसानों को सम्मान निधि के तहत दिए जा रहे ₹2000 की किस्त को ₹6000 करने,प्रवासी मजदूरों को प्रतिमाह ₹10000 की सहायता देने, किसानों को दिए गए केसीसी कर्ज माफ करने की मांग की गई।
इस धरना में भाकपा माले के जिला सचिव विजय कुमार विजय,आर वाई ए जिला संयोजक कमलेश प्रसाद ,अखिल भारतीय किसान महासभा के सदस्य कमलेश कुमार मानव,अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा के जिला कमेटी सदस्य राजेश कुमार राय, सुबेलाल मांझी और पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सतीश कुमार शामिल थे।