नवादालापरवाही

रजौली अनुमंडल अस्पताल की खुली पोल, बंध्याकरण कराने आये मरीजों को नहीं मिल सका बेड

नवादा से कैमरामैन कुमार विश्वास के साथ रामजी प्रसाद की रिपोर्ट

नवादा जिला के रजौली अनुमंडलीय बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग की हालत बहुत ही खराब है। इसका जीता-जागता उदाहरण है, नवादा जिले का रजौली अनुमंडलीय अस्पताल। कहने को तो यह 75 बेड का अस्पताल है। पर शनिवार को यहां अस्पताल में बंध्याकरण के बाद सभी मरीजों को जमीन पर ही लेटा दिया गया है। इतनी ठंड में भी मरीजों को बेड नहीं दिया गया।

दरअसल शनिवार की शाम को इस अस्पताल में 29 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया है, लेकिन सभी मरीज को जमीन पर ही सुला दिया गया है।

एक तरफ सरकार कोरोना से बचाव के लिए लगातार सोशल डिस्टेंसिंग का प्रचार कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ हॉस्पिटल प्रबंधन के द्वारा भेड़-बकरियों की तरह 2 रूम में 29 मरीजों को ठूंस दिया गया है। ठंड में जमीन पर मरीजों को सुला देने पर मरीज के परिजनों में भारी आक्रोश है।

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