शेखपुरा की जिलाधिकारी इनायत खान ने जिले में covid-19 की जांच रिपोर्ट में हुई अनियमितताओं और फर्जीवाड़े की खबर को निराधार बताया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि इस तरह की भ्रामक खबरों में किसी तरह की कोई सच्चाई नहीं है।

दरअसल कुछ मीडिया वालों ने अपनी रिपोर्ट में जिले के बरबीघा PHC में कोविड-19 जांच रिपोर्ट में अनियमितता और फर्जीवाड़े की बात प्रकाशित की थी। जिसके बाद जिलाधिकारी इनायत खान ने तुरन्त दो-दो जांच कमिटी बनाकर इस खबर की सच्चाई की जांच का आदेश दिया।

पहली कमिटी की जिम्मेवारी ADM राजीव कुमार व बरबीघा के कार्यपालक पदाधिकारी कुमार रित्विक को दी गई। वहीं दूसरे की जिम्मेवारी सिविल सर्जन डॉ वीर कुंवर सिंह व डीपीएम श्याम कुमार निर्मल को दी गई।

दोनों कमिटियों ने अपनी जांच में इस खबर को गलत पाया। देर रात तक बरबीघा रेफरल अस्पताल में जांच का सिलसिला चलता रहा। इस दौरान अस्पताल में काफी गहमा-गहमी भी रही।
सभी कर्मचारियों के चेहरे पर जिलाधिकारी के गाज गिरने का डर साफ तौर पर देखा जा रहा था। पूरी गहराई से जांच करने के बाद भी covid-19 जांच में किसी तरह की गड़बड़ी की कोई शिकायत नहीं मिली।
जिलाधिकारी ने इस पूरे प्रकरण के बाद मीडिया से ये अपील भी की हैं कि ऐसी भ्रामक व संवेदनशील खबरों को पूरी सच्चाई जाने बिना प्रकाशित न करें। इससे प्रशासन के समय की बर्बादी के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों को मानसिक परेशानी का भी सामना करना पड़ता है।