शेखपुरा में अबैध रूप से अतिक्रमण करने वाले बेखौफ हैं। सड़कों पर जहां-तहां अतिक्रमण कर जाम लगाने वाले समाहरणालय को भी नहीं छोड़ रहे। इन अतिक्रमणकारिओं ने अब समाहरणालय की बाउंडरी पर अपना डेरा डालना शुरू कर दिया है।
समाहरणालय के समीप सड़क किनारे संकरे जगह में बांस और बल्ली से अस्थाई निर्माण कर ये अब अपनी दुकान यहां भी लगा रहे हैं। पूछने पर उन लोगों ने परिवार का पेट पालने के लिये कमाई करने की खातिर मजबूरी में दुकान लगाने की बात कही।
साथ ही ये भी कहा कि इसके सिवा कोई और रास्ता भी नहीं है। इनकी बात भी सही प्रतीत होती है, बिना किसी बैकल्पिक व्यवस्था के ये कहाँ जाएंगे?