मॉडर्न इंस्टीच्यूट में बारहवीं के बच्चों को दिया गया कैरियर काउंसलिंग क्लासेज
शेखपुरा जिले के बरबीघा शहर के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान मॉडर्न इंस्टीच्यूट में रविवार को बारहवीं (सत्र-2020-21) के छात्रों को कैरियर से संबंधित काउंसलिंग क्लासेज संस्थान के निदेशक मो शब्बीर हुसैन के द्वारा दिया गया। उस बाबत उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स और उनके पैरंट्स की जिंदगी में 10वीं और 12वीं दो अहम पड़ाव होते हैं। इन दो पड़ावों के पार कैरियर को लेकर तमाम तरह के भ्रम और सवाल उनके दिमाग में होते हैं। अगर 100 बच्चों की बात करें तो इस तरह की गलती करने वाले कम से कम 25 से 30 बच्चे जरूर मिलेंगे।
दोस्तों को देखकर या दोस्ती न टूटे इसलिए या फिर अगर कोई बच्चा तेज है तो उससे नोट्स या दूसरी मदद मिलती रहेगी, इन चक्करों में बच्चे गलत चुनाव कर लेते हैं। अब स्थिति ऐसी बनती है कि बच्चे की दिलचस्पी है साईंस में, लेकिन दोस्त की वजह से वह चुन लेता है आर्टस या कॉमर्स आदि। अब पढ़ाई में मन लगेगा कहां से! ऐसे में हायर स्टडीज में जाते ही सब्जेक्ट बदलने की नौबत बन जाती है। ऐसे में जिस बच्चे के 12वीं बोर्ड में 80 फीसदी अंक आए थे, वह हायर स्टडीज में 60 फीसदी के लिए तरसता है। तो बेहतर रहेगा कि जिसमें दिल लगे उसे ही चुनें।
मेरा बच्चा, मेरा सपना
यह गलती काफी पैरंट्स करते हैं। वे अपनी सोच, चाहत और नाकामियों की पूर्ति बच्चों से करवाना चाहते हैं। इस तरह की सोच बिलकुल गलत है। हर बच्चे की अपनी काबिलियत और चाहत होती है। हर कोई डॉक्टर या इंजिनियर नहीं बन सकता। आज तो 5000 से भी ज्यादा करियर ऑप्शंस हैं।
मेडिकल क्षेत्र में एमबीबीएस के अलावा भी है कई कैरियर ऑप्शंस
अधिकांश अभिभावक बायोलॉजी के साथ पढने वाले बच्चों को सिर्फ एमबीबीएस में ही कैरियर बनाने की संभावना तलाशते हैं। जबकि एमबीबीएस में सीटें कम रहने के कारण कम्प्टीशन काफी टफ हो जाता है। जिससे मेधावी बच्चे भी डिप्रेशन में चले जाते हैं। अभिभावक और बच्चों को चाहिए मेडिकल के अन्य क्षेत्र जिसमें भीड़ भी कम है और एक मध्यम वर्ग से आने वाले बच्चे भी मेडिसिन, अलाइड हेल्थ साइंस, पारा मेडिकल, बीएएमएस आयुर्वेदिक, बीयूएमएस यूनानी, बीएचएमएस होमियोपैथिक, बीएनवाईएस नेचुरोपैथी, बीडीएस डेंटल, बीएससी एग्रीकल्चर, बीभीएससी वेटरनरी, बीपीटी फिजियोथेरपी, बी फार्मा, बीएससी नर्सिंग, बैचलर इन ऑक्युपेशनल थेरपी, बीएससी रेडियो थेरपी, बीएससी इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नॉलजी, लैब टेक्नेशियन आदि में अपना कैरियर बना सकते हैं।
इस मौके पर संस्थान के छात्र-छात्राओं में साक्षी, दीपाली, अदिती, रिचा, नव्या, दीप्ती, नूतन, कोमल, रितु, प्रिति, अंकिता, उपासना, स्वाती, राधा, ट्विंकल, अंजुशा, बबली, मधु, पूजा, नेहा, भारती, इशिका, आरती, चॉदनी, सुरज, अंकित, विशाल, हरेराम, विकास, कासिफ, राजू, शयान, फरदीन आदि उपस्थित थे।