शेखपुरा जिले में ठंड चरम सीमा पर है। मौसम बिभाग ने भी शेखपुरा सहित राज्य के 15 जिलों में येल्लो अलर्ट जारी किया है। ठंढ के मारे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल है, बाजारों में चहल-पहल कम गई है। इस कंपकपाती ठंड ने गरीब श्रेणी के लोग, बच्चे और वृद्ध की मुश्किल बढ़ा दी है। ठंड के साथ-साथ कोहरे से भी आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लेकिन ठंड से किसी तरह के बचाव का प्रशासन द्वारा इंतजाम नहीं किए जाने से हर कोई आहत है।
लोग प्रशासन से आस लगाए बैठे है कि चौक-चौराहों पर अलाव का इंतजाम कर देगी। सड़क किनारे लोगो को कार्टून और रद्दी कपड़े जला कर ठंड से बच रहे हैं। यूं तो हर साल प्रशासन की तरफ से सभी इलाकों में गरीबों के लिये अलाव की व्यवस्था की जाती थी। पर अब तक नगर परिषद भी हाथ पर हाथ दिए बैठा है। नगर प्रशासन शायद ठंड बढ़ने का इंतजार कर रहा है। गरीब मजदूर कराके की ठंड में जान जोखिम में डाल कर अपनी जीविका के तलाश में जुटे रहते हैं।
लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा अब तक किसी प्रकार का कोई अलाव का इंतजाम नहीं किया गया है। अब तक किसी सामाजिक संस्था भी आम आदमी की सुविधा के लिए इस बार ठंड से बचाव के लिए अलाव की व्यवस्था नहीं कर पाए हैं।
ज्ञात हो कि आपदा प्रबंधन विभाग को भी अलाव के लिए फंड मुहैया करवाए जाते हैं। जिससे कि चौक-चौराहा सहित अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी अलाव की व्यवस्था हो सके।