शेखपुरा में पिछले दिनों ट्रैफिक नियमों की धज्जियां, पूर्ण शराबबंदी का उड़ता मजाक, अपराधियों की कार्यशैली के आगे झुकता पुलिस प्रशासन, यह सब पुराने पुलिस कप्तान के समय आम लोगों ने झेला। लेकिन नए पुलिस कप्तान के पदभार ग्रहण करने के साथ ही आम लोगों को इनके कार्यशैली पर विश्वास हुआ है।
नतीजा है कि लगातार ट्रैफिक नियमों के साथ-साथ अन्य गैरकानूनी कार्यो पर अंकुश लगाने के लिए कई सख्त कदम उठाये जा रहे हैं। लेकिन थाना स्तर पर पदस्थापित पुलिस अधिकारी की कार्यशैली में आज भी बहुत बदलाव नहीं देखा जा रहा है। जिसके कारण ट्रकों पर ओवरलोडिंग, अवैध पत्थर उत्खनन, ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन, चोरी की बढ़ती घटनाओं सहित कई घटनाएं आज भी लगातार हो रही है।

हालांकि वर्तमान पुलिस अधीक्षक इन तमाम कारणों को जमीनी स्तर पर ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं और स्वयं सड़कों पर उतरकर उसमें सुधार लाने का प्रयास भी कर रहे हैं। इसका नतीजा भी देखने को मिल रहा है। पुलिस सड़क पर मुस्तैद नजर आ रही है। शराब माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। आज शेखपुरा शहर के हर चौक चौराहे पर पुलिस व्यवस्था सुधारने में लगी है। जिले के बरबीघा सहित बाकी स्थानों पर भी ऐसी ही व्यवस्था की उम्मीद की जा रही है।
खासकर नगर परिषद क्षेत्रों के रिहायशी इलाकों में मुख्य सड़क पर ट्रकों के तेज रफ्तार पर अंकुश लगाने की जरूरत है। नो एंट्री को सख्ती से लागू करवाने की जरूरत है। ताकि ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए फिर कोई रोहित इसका शिकार न हो।