जर्जर भवन में संचालित हो रहा है बरबीघा में लघु सिंचाई विभाग का कार्यालय, उचित रख-रखाव का भी है अभाव
बिहार सरकार हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिये अपने निश्चय के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसके तहत पैन और आहर की उड़ाही के अलावे राजकीय ट्यूबेल को चालू करने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। शेखपुरा जिले में जिलाधिकारी इनायत खान लगातार इन कार्यों की खुद मॉनिटरिंग कर रही हैं। पैन और आहर की उड़ाही के कार्यों की निगरानी हेतु जिलाधिकारी ने एक निगरानी टीम का भी गठन किया है। जिसकी कमान जिले के वरीय उपसमाहर्ता को दिया गया है। कल शनिवार को इस टीम के जिले के बरबीघा प्रखण्ड में आहर पैन की उड़ाही के अब तक के किये गए कार्यों का भौतिक सत्यापन किया गया, जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है।
सवाल ये नहीं है, सवाल ये है कि बरबीघा लघु सिंचाई विभाग का जो भवन है, वो बहुत ही जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है। करीब 5 वर्ष पहले इसके नए भवन के निर्माण का कार्य शुरू हुआ था, जो आज तक अधूरा है। कारण किसी को नहीं पता। सम्बंधित अधिकारियों से बात करने पर उनके कार्यकाल से पहले का मामला होने की बात की जाती है।
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक ठीकेदार ने काम को बीच में ही छोड़ दिया जिसे आजतक पूरा नहीं किया गया है। मजबूरन यहां कार्यरत्त कर्मियों को पुराने भवन से ही काम चलाना पड़ रहा है। जिसमें पानी के निकास के लिये नाली तक कि व्यवस्था नहीं है।
भवन के चारों तरफ बड़े-बड़े घास के उगे होने के कारण और उचित रख-रखाव नहीं होने के कारण जंगल जैसा बन गया है, जिससे यहां कार्य करने वाले कर्मियों में सांप बिच्छुओं का डर भी बना रहता है। ऐसे में जिला प्रशासन और सम्बंधित बिभाग को इस मामले में प्रयास करने की जरूरत है।