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Bihar Flood Update: भागलपुर और मुंगेर में बाढ़ का कहर, गंगा खतरे के निशान से ऊपर, स्कूल-घर जलमग्न

भागलपुर और मुंगेर में गंगा खतरे के निशान से ऊपर, गांव डूबे, राहत कार्य शुरू, प्रशासन और NDRF अलर्ट

Bihar Flood Update:बिहार के भागलपुर और मुंगेर जिलों में गंगा नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे इन इलाकों में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। घर, स्कूल, गलियां और गांव पानी में डूब गए हैं। लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हैं। केंद्रीय जल आयोग (CWC) के अनुसार, गंगा नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से 0.14 से 0.72 मीटर ऊपर बह रही है, जिससे हालात और चिंताजनक हो गए हैं।

भागलपुर में बाढ़ का तांडव

भागलपुर के सुल्तानगंज और कहलगांव क्षेत्रों में गंगा नदी का जल स्तर निरंतर बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि सुल्तानगंज में गंगा नदी का जल स्तर 34.81 मीटर दर्ज किया गया है, जो 34.5 मीटर के खतरे के स्तर से 0.31 मीटर अधिक है। इसी तरह कहलगांव में नदी का जल स्तर 31.81 मीटर मापा गया है, जो वहां के खतरे के निशान 31.09 मीटर से 0.72 मीटर ऊपर है। इस स्थिति के चलते आसपास के कई गांव पानी में डूब गए हैं। स्कूल बंद हैं, और लोग अपने घरों से बेघर होकर राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं। किसानों की फसलें तबाह हो गई हैं, जिससे उनकी आजीविका पर गहरा संकट मंडरा रहा है।

मुंगेर में भी हालात चिंताजनक

मुंगेर में भी गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। नदी के किनारे बसे गांवों में पानी घुस गया है, जिससे सड़कें और घर डूब गए हैं। स्थानीय लोग डर के साये में जी रहे हैं, क्योंकि बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू किए हैं, लेकिन लोगों का कहना है कि मदद अभी तक पर्याप्त नहीं है। कई इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति ठप हो गई है, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी और मुश्किल हो गई है।

प्रशासन के प्रयास और चुनौतियां

स्थानीय प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में जुटे हैं। राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां लोगों को भोजन और अस्थायी आश्रय दिया जा रहा है। हालांकि, बाढ़ का दायरा इतना बड़ा है कि संसाधनों की कमी महसूस हो रही है। प्रशासन ने लोगों से नदी के किनारे न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।

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